वृद्धाश्रम हमारे राष्ट्र की परंपरा नहीं बल्कि पश्चिम की देन है: बागडे
By : vijay
Update: 2025-02-22 13:08 GMT
उदयपुर, राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा कि हमारे देश में ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ एवं संन्यास आश्रम की परंपरा है, वृद्ध आश्रम की नहीं। वृद्धाश्रम पश्चिम की देन है, जहां पर वरिष्ठ नागरिकों को बोझ समझा जाता है।
श्री बागडे शनिवार को उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में अखिल भारतीय वरिष्ठ नागरिक महासंघ के 22 वें राष्ट्रीय सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में उन्होंने यह बात कही। श्री बागड़े ने वरिष्ठ नागरिकों का आह्वान किया कि वे अपने शरीर एवं स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें, क्योंकि स्वस्थ शरीर ही सबसे बड़ा धन है। राष्ट्र की प्रगति में वरिष्ठ नागरिकों के अनुभव की महत्वपूर्ण भूमिका है। वरिष्ठ नागरिकों को अपनी शेष आयु देश, धर्म के उपयोग में लगानी चाहिये।वि