उदयपुर, । खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2025 के अंतर्गत राजस्थान में पहली बार बीच वॉलीबाल प्रतियोगिता का आयोजन उदयपुर में फतहसागर झील के किनारे स्थित महाकाल मंदिर परिसर में शुरू हुआ। इस ऐतिहासिक आयोजन ने राज्य के खेल मानचित्र पर उदयपुर को नई पहचान दिलाई। प्रतियोगिता का शुभारंभ पंजाब के राज्यपाल एवं चण्डीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन तथा भारतीय वॉलीबाल संघ के महासचिव रामानंद चौधरी के आतिथ्य में हुआ।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल कटारिया ने कहा कि उदयपुर में खेलों के विकास के लिए सराहनीय कार्य हुए हैं और महाराणा प्रताप खेलगांव राजस्थान का सबसे बड़ा खेलगांव है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं के आयोजन हेतु आधुनिक सुविधाओं और व्यवस्थाओं के विकास की आवश्यकता पर जोर दिया तथा देशभर से आए खिलाड़ियों का स्वागत किया।
भारतीय वॉलीबाल संघ के महासचिव चौधरी ने खिलाड़ियों को बेहतर व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने और उच्च स्तर के परिणाम सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल सहित सभी अतिथियों ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया।
प्रारंभ में जिला खेल अधिकारी डॉ महेश पालीवाल, प्रभारी कोच अशोक चौधरी एवं अजीत जैन सहित आयोजन से जुड़े अधिकारियों-पदाधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया। डॉ. पालीवाल ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तहत उदयपुर में आयोजित की जा रही प्रतियोगिताओं की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में समाजसेवी गजपालसिंह, पारस सिंघवी, चंद्रगुप्त चौहान, राहुल जैन सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।