सेल्फ एस्टीम एंड बॉडी कॉन्फिडेंस कार्यक्रम का प्रशिक्षण
उदयपुर, । शिक्षक बच्चों से भावनात्मक रूप से जुड़ कर उन्हें स्वयं पर भरोसा करने के लिए प्रेरित करें। ये विचार आरएससीईआरटी की निदेशक श्रीमती श्वेता फगेडिया ने गुरुवार को मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय खेरवाड़ा द्वारा आयोजित सेल्फ एस्टीम एंड बॉडी कोन्फिडेंस कार्यक्रम के तहत मेंटर्स के एक दिवसीय प्रशिक्षण के अवलोकन के दौरान व्यक्त किए। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खेरवाडा (सराय) में आयोजित इस मेंटर प्रशिक्षण में उप निदेशक कमलेन्द्र सिंह राणावत, कार्यक्रम की स्टेट हेड डॉ. शालिनी शर्मा, डाइट उदयपुर के उप प्राचार्य डॉ ओम प्रकाश शर्मा ,एसीबीईओ कन्हैयालाल खराड़ी, यूनिसेफ राजस्थान के शिक्षा अधिकारी जितेन्द्र शर्मा और चंद्रशेखर दुबे ने भी शिक्षकों को संबोधित किया।
डाइट प्रतिनिधि त्रिभुवन चौबीसा ने बताया कि आरएससीईआरटी के निर्देशन में डाइट द्वारा उदयपुर जिले के कक्षा 6 से 8 तक पढ़ने वाले बच्चों की सेल्फ एस्टीम को मजबूत करने के लिए सेल्फ एस्टीम एंड बॉडी कॉन्फिडेंस कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत् राजकीय विद्यालयों में आधाफुल कॉमिक के सेट वितरित किए गए। ये कॉमिक शिक्षको को इन मुद्दो पर बच्चों के साथ संवाद आयोजित करने के तरीके और अवसर देती है।
स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ.शालिनी शर्मा ने कहा कि यह आरएससीईआरटी का एक इनोवेटिव कार्यक्रम है इनके माध्यम से बच्चे अपने से जुड़े विषयों पर बात करने में सक्षम हो सकेंगे और सहज रूप से स्वयं को स्वीकार कर सकेंगे। ब्लॉक आरपी कैलाश चंद्र व्यास तथा राजेंद्र नायक ने इस प्रशिक्षण में सेल्फ एस्टीम कार्यक्रम की आवश्यकता और कॉमिक बुक पर काम करने में मैटर की भूमिका पर विचार व्यक्त किए। आरएससीईआरटी से प्रशिक्षित प्रियदर्शी व्यास, दिनेश डोडियार ,दिव्येश त्रिवेदी, यूनिसेफ प्रतिनिधि सुश्री सलमा व कार्तिक जोशी ने भी विचार रखे। इस प्रशिक्षण ब्लॉक के समस्त 32 पीईईओ से मेंटर शिक्षको ने भाग लिया। इससे पूर्व निदेशक श्वेता फगेड़िया ने विद्यालय में संचालित प्रखर राजस्थान कार्यक्रम की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने बच्चो से किताब का वाचन करवाया साथ ही बच्चों से सामान्य ज्ञान के सवाल जवाब भी किए।