मतदाता सूचियों का विशेष गहन पुनरीक्षण-2026 अधिकारियों ने बढ़ाई फील्ड मॉनिटरिंग, ऑनलाइन परिगणना पर जोर
उदयपुर, । उदयपुर जिले में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के तहत परिगणना प्रपत्र वितरण और संग्रहण कार्य को लेकर जिलेभर में समीक्षा, निरीक्षण और जागरुकता गतिविधियां जारी हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी नमित मेहता ने सभी अधिकारियों, कार्मिकों और मतदाताओं को अधिकतम संख्या में ऑनलाइन परिगणना प्रपत्र भरने के लिए प्रोत्साहित करने पर जोर दिया है।
मैंने निभाई जिम्मेदारी, अब आपकी बारी- एडीएम सिटी-
एडीएम सिटी एवं ईआरओ उदयपुर जितेन्द्र ओझा ने अपने परिवार के परिगणना फॉर्म ऑनलाइन सबमिट किए और सभी जागरूक मतदाताओं से भी 5 मिनट का समय निकालकर अपना परिगणना प्रपत्र ऑनलाइन भरने की अपील की है। एसआईआर के अन्तर्गत गणना प्रपत्र ऑनलाइन जमा करवाना बहुत आसान है। यह प्रक्रिया चार-पांच मिनट में पूरी की जा सकती है। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए आवश्यक दस्तावेज इस प्रकार हैं-वर्तमान ईपीआईसी नंबर यानी 2025 का वोटर कार्ड नंबर, ई-साइन प्रमाणीकरण के लिए आधार नंबर और ओटीपी सत्यापन के लिए आधार से लिंक्ड मोबाइल नंबर। फोन से क्लिक की हुई 2 एमबी से कम साइज की हाल की फोटो और लास्ट एसआईआर 2002 की वोटर कार्ड डिटेल्स जैसे स्वयं, माता-पिता या दादा-दादी के पिछले एसआईआर 2002 की सूची के अनुसार निर्वाचन क्षेत्र नाम, भाग संख्या और क्रम संख्या की जानकारी भरनी है। लास्ट एसआईआर में अपने नाम को पोर्टल पर सर्च योअर नेम इन लास्ट एसआईआर से 2002 की पीडीएफ डाउनलोड करके प्राप्त कर सकते हैं।
चरणबद्ध ऑनलाइन प्रक्रिया-
1. अवजमतेण्मबपण्हवअण्पद पोर्टल पर जाकर मोबाइल नंबर और ओटीपी से साइन अप करें, फिर लॉग इन करें। लॉग इन के बाद मुख्य डैशबोर्ड पर फिल एनुमरेशन फार्म चुनें।
2. अपना राज्य और 2025 को ईपिक नंबर दर्ज करें और सर्च करें। मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी से सत्यापन करें।
3. श्रेणी चुनें- लास्ट एसआईआर 2002 की जानकारी के आधार पर निम्नलिखित में से एक विकल्प चुनें- विकल्प 1- मेरा नाम लास्ट एसआईआर 2002 में है। विकल्प 2- मेरे माता-पिता/दादा-दादी का नाम लास्ट एसआईआर में है। विकल्प 3- न मेरा और न ही किसी रिश्तेदार का नाम लास्ट एसआईआर में है (इस स्थिति में बुनियादी विवरण भरें)।
4. विवरण भरें- आवश्यक सभी विवरण, पता और फोटो अपलोड करें।
5. ई-साइन और सबमिशन- आधार नंबर दर्ज करें और ओटीपी से वेरिफाई कर ई-साइन करें।
6. फॉर्म जमा करें- ष्प् क्मबसंतमष् चेकबॉक्स टिक करके सबमिट पर क्लिक करें। सफल सबमिशन का मैसेज मोबाइल पर प्राप्त होगा।
मोबाइल नंबर लिंकिंग है आसान-
उप जिला निर्वाचन अधिकारी दीपेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि ऑनलाइन परिगणना फॉर्म भरने के लिए मतदाता पहचान पत्र से मोबाइल नंबर लिंक होना जरूरी है। यदि किसी का मोबाइल नंबर मतदाता पहचान पत्र से लिंक नहीं है तो नंबर तुरंत लिंक हो जाते हैं, बशर्ते आधार और वोटर कार्ड में नाम समान हो। इसके लिए अवजमते.मबप.हवअ.पद पोर्टल से ऑनलाइन फॉर्म 8 भरना होता है, जिसकी स्वीकृति प्रक्रिया भी शीघ्रता से पूर्ण कराई जा रही है। मतदाता का मोबाइल नंबर आधार कार्ड से भी लिंक होना आवश्यक है।
डिजिटाईजेशन की गति बढ़ाने पर जोर-
जिला निर्वाचन अधिकारी ने केवल अंतिम रैंक वाले बीएलओ का ही निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि मावली और गोगुन्दा को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में डिजिटाईजेशन की प्रगति लक्ष्य के अनुरूप नहीं है। सभी ईआरओ, तहसीलदार और नायब तहसीलदार गणना प्रपत्र और डिजिटाइजेशन में कमजोर बीएलओ का फील्ड विजिट कर रिपोर्ट साझा करें।
सभी ईआरओ उनके क्षेत्र के बीएलओ, सुपरवाइजर्स एवं अन्य ब्लॉक स्तरीय अधिकारी अपने और अपने परिवार के ऑनलाइन परिगणना पत्र भरने के लिए प्रोत्साहित करें। सभी बीएलओ ऐप के नवीनतम संस्करण (।दकतवपक 8.75 एवं पव्ै 2.26) का उपयोग करें।
छुट्टी के दिन भी घर-घर पहुंचे बीएलओ, अधिकारियों ने किया निरीक्षण- बैठकें
जिले में शनिवार और रविवार को अवकाश के दिन भी बीएलओ मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य मे जुटे रहे। वहीं, अधिकारियों ने फील्ड मॉनिटरिंग और बैठक लेकर एसाईआर अभियान को गति दी। झाड़ोल ईआरओ कपिल कोठारी ने पटवारी, वीडीओ एलडीसी की संयुक्त बैठक में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यों की समीक्षा की। झाड़ोल और मगवास क्षेत्र में बीएलओ निरीक्षण किया। उन्होंने न्यूनतम डिजिटाइजेशन स्तर वाले बीएलओ क्षेत्रों का फील्ड निरीक्षण कर बीएलओ को लंबित कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। वहीं, गिर्वा तहसील में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित हुई। भिंडर ब्लॉक और कुराबड़ में बीएलओ तथा हेल्प डेस्क निरीक्षण किया गया। निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी वल्लभनगर ने सुपरवाइजर व बीएलओ की कार्यशाला में एसआईआर की प्रगति की समीक्षा की। वहीं, खड़क जैन प्रवासी समाज उदयपुर के कार्यक्रम में एसाईआर व ऑनलाइन गणना पपत्र भरने की जानकारी दी गई।
