जोधपुर |जिले के लूणी क्षेत्र में इन दिनों भेड़ियों का आतंक देखने को मिल रहा है। भेड़ियों के हमलों में अब तक आठ लोग घायल हो चुके हैं, जबकि तीन भेड़िये मृत अवस्था में मिले हैं। बताया जा रहा है कि भोजन और पानी की तलाश में भेड़ियों के झुंड गांवों और आबादी वाले इलाकों की तरफ आ रहे हैं, जहां उनका आमना-सामना इंसानों से हो रहा है।
लूणी , कांकाणी और शिकारपुरा क्षेत्रों में भेड़ियों के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बारिश के बाद खेतों में किसान खेती-बाड़ी में व्यस्त हैं और रात के समय वहीं ठहरते हैं। इसी दौरान भोजन-पानी की तलाश में भटकते भेड़िये किसानों से टकरा जाते हैं और हमले कर देते हैं। वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि सामान्यतः भेड़िया इंसानों पर हमला नहीं करता लेकिन जब उसे अपनी जान पर खतरा महसूस होता है या वह परेशान होता है, तब ऐसा कर देता है।
इन्हीं हमलों के बीच लूणी और आसपास के क्षेत्रों में तीन भेड़ियों के शव बरामद हुए हैं। वन विभाग की टीमों ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और अंतिम संस्कार कर दिया। रेबीज की आशंका के चलते मृत भेड़ियों के सैंपल भी लिए गए हैं।
लूणी नदी और आसपास का इलाका झाड़ियों और खाली पड़े मैदानों से घिरा हुआ है, जो भेड़ियों के लिए आश्रय स्थल बन चुका है। वन विभाग के अनुसार पहले यहां इतनी बड़ी संख्या में भेड़िये नहीं थे, लेकिन हाल के वर्षों में इनकी संख्या लगातार बढ़ी है। यही कारण है कि इंसानों और भेड़ियों के बीच टकराव की घटनाएं बढ़ रही हैं। फिलहाल वन विभाग की टीमें भेड़ियों की मौत और बढ़ते हमलों के कारणों की जांच में जुटी हैं।