भीलवाड़ा: सौर ऊर्जा संयंत्र के नाम पर किसान से लाखों की ठगी,: विभाग के खाते में पैसे जमा होने के बाद भी चक्कर काटने को मजबूर
भीलवाड़ा/बनेड़ा:
सरकार द्वारा किसानों को सौर ऊर्जा संयंत्र (Solar Pump) उपलब्ध कराने की योजनाओं के बीच ठगी और विभागीय उदासीनता का एक बड़ा मामला सामने आया है। बनेड़ा तहसील के ग्राम सरदार नगर निवासी एक किसान रामस्वरूप माली ने आरोप लगाया है कि 1.69 लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट (DD) जमा कराने के दो साल बाद भी न तो उनके खेत में सोलर प्लांट लगा और न ही पैसे वापस मिले। अब पीड़ित किसान ने विभाग को अंतिम चेतावनी देते हुए कोर्ट जाने की बात कही है।
क्या है पूरा मामला?
ग्राम सरदार नगर निवासी किसान रामस्वरूप माली (पुत्र श्री कल्याण लाल) ने वर्ष 2022-23 में अपनी कृषि भूमि पर 7.5 HP का सौर ऊर्जा संयंत्र लगवाने के लिए ई-मित्र के माध्यम से आवेदन किया था (रजिस्ट्रेशन नं. Hort./2022-23/264229)।
पीड़ित के अनुसार, इसी दौरान राजमल लुहार (निवासी नई पड़ासोली, तहसील आसीन्द) नामक व्यक्ति ने खुद को तहसील बनेड़ा क्षेत्र का एजेंट बताकर उनसे संपर्क किया। उसने दावा किया कि किसान का आवेदन पास हो गया है और डीडी जमा कराने के दो दिन के भीतर प्लांट लग जाएगा। झांसे में आकर किसान ने 27 अक्टूबर 2023 को SBI बैंक से 1,69,638 रुपये का ड्राफ्ट (DD No. 533016814) बनवाकर राजमल लुहार के साथ जाकर विभाग में जमा करवा दिया।
एजेंट हुआ फरार, विभाग साधे हुए है चुप्पी
पैसे जमा कराने के बाद कथित एजेंट राजमल लुहार ने टालमटोल करना शुरू कर दिया। कभी "सामान कल आ रहा है" तो कभी "परसों" का बहाना बनाता रहा और अंत में फोन उठाना बंद कर दिया। जब किसान ने विभाग के ऑफिस में संपर्क किया, तो वहां से भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
खाते में पैसा पहुंचा, फिर भी प्लांट नहीं
हैरानी की बात यह है कि बैंक रिकॉर्ड के अनुसार, किसान द्वारा दिया गया ड्राफ्ट 15 नवंबर 2023 को क्लियर हो गया और पैसा विभाग के ICICI बैंक खाते में जमा भी हो चुका है। किसान ने वकील के माध्यम से नोटिस भिजवाया और विभाग द्वारा मांगी गई सारी जानकारी दो बार उपलब्ध करवाई, लेकिन इसके बावजूद विभाग मौन है।
किसान की चेतावनी: एक माह में समाधान नहीं हुआ तो जाएंगे कोर्ट
थक-हारकर पीड़ित किसान ने जिला हॉर्टिकल्चर डेवलपमेंट सोसायटी के सचिव को पत्र लिखकर अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने मांग की है कि या तो एक माह के भीतर उनके कुएं पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया जाए या ब्याज सहित पूरा पैसा लौटाया जाए। सुनवाई न होने पर उन्होंने उच्च अधिकारियों और न्यायालय की शरण लेने की चेतावनी दी है।
