हाथ मिलाने से पहले ट्रंप-जिनपिंग: अमेरिकी राष्ट्रपति बोले – “हमने व्यापार समझौता किया”
वॉशिंगटन टैरिफ को लेकर बिगड़ते रिश्तों को सुधारने की अमेरिका और चीन पहल करने जा रहे हैं। मैड्रिड में चल रही वार्ता में चीन और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर बात बन गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमने टिकटॉक पर समझौता कर लिया है। हम चीन के साथ समझौते पर पहुंच गए हैं।
ट्रंप ने कहा कि मैं शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात करके सारी बातें पक्की करूंगा। हमने एक बहुत अच्छा व्यापार समझौता किया है और मुझे उम्मीद है कि यह दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा। यह पहले किए गए समझौतों से बिल्कुल अलग है। हमारे पास बहुत बड़ी कंपनियों का एक समूह है जो इसे खरीदना चाहता है।
फिर किया संघर्ष विराम का दावा
ट्रंप ने एक बार फिर संघर्ष विराम कराने का दावा किया। ट्रंप ने कहा कि अगर हम सुप्रीम कोर्ट में टैरिफ को अंतिम रूप देने वाला मामला जीत जाते हैं तो हम दुनिया में सबसे अमीर देश होंगे। हमारे पास बातचीत करने की जबरदस्त शक्ति होगी। टैरिफ का इस्तेमाल करके मैंने सात युद्धों का निपटारा किया। इनमें से चार इसलिए हुए क्योंकि मैं टैरिफ़ लगाने में सक्षम था।
ट्रंप ने यूरोप को चेताया- रूस से तेल खरीदना बंद करें
ट्रंप ने यूरोपीय देशों को चेताया कि वे तुरंत रूस से तेल की खरीद बंद करें, ताकि मॉस्को के युद्ध प्रयासों को वित्तीय सहायता न मिल सके। उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से भी कहा कि उन्हें शांति समझौता करना होगा।
ट्रंप ने यूरोपीय देशों पर अपनी नाराजगी जताई कि वे खुले तौर पर यूक्रेन का समर्थन करते हुए भी रूस से ऊर्जा खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा, वे बात करते हैं, लेकिन रूस से तेल खरीदना बंद करना होगा। जेलेंस्की को समझौता करना होगा।
ट्रंप ने कहा कि अगर नाटो देश और यूरोप रूस से तेल खरीदना बंद नहीं करेंगे, तो उनके द्वारा लगाए गए प्रतिबंध पर्याप्त नहीं होंगे। ट्रंप ने यह भी सुझाव दिया कि नाटो देशों को चीन पर 50 से 100 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने चाहिए, जो रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म होने के बाद हटाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह कदम युद्ध को समाप्त करने में मदद कर सकता है। पूर्व राष्ट्रपति ने नाटो देशों को पत्र लिखकर कहा कि वे रूस पर कड़े प्रतिबंध तभी लागू करेंगे, जब सभी नाटो सदस्य रूस से तेल की खरीद रोकेंगे।
मैड्रिड में चल रही अमेरिका-चीन के बीच वार्ता
मैड्रिड में अमेरिका और चीन के अधिकारियों के बीच नई दौर की आर्थिक और व्यापारिक वार्ता चल रही है। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट और ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव जेमिसन ग्रीयर कर रहे हैं, जबकि चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उप-प्रधानमंत्री हे लिफेंग कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका और चीन के बीच संबंधों में कई जटिलताएं हैं। व्यापार विवाद, राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताएं और तकनीकी उद्योग पर बढ़ते तनाव ने दोनों देशों के रिश्ते और कठिन बना दिए हैं। इसके बावजूद, मैड्रिड की वार्ता को आने वाले समय में द्विपक्षीय रिश्तों के लिए अहम कदम माना जा रहा है।
