ट्रंप का कड़ा रुख: भारत से आने वाले चावल पर 'डंपिंग' का आरोप, अतिरिक्त टैरिफ की धमकी
वॉशिंगटन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से अमेरिका आने वाले चावल पर सख्ती करने के संकेत दिए हैं। ट्रंप ने एक बयान में कहा कि भारत को अपना चावल अमेरिकी बाजार में नहीं खपाना चाहिए। ट्रंप ने कहा कि ऐसा न हो, हम इसका ध्यान रखेंगे। व्हाइट हाउस में ट्रंप ने मीडिया से बात करते हुए ये बात कही।
किसानों के प्रतिनिधियों से ट्रंप ने व्हाइट हाउस में की मुलाकात
डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में किसानों और कृषि क्षेत्र के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस मुलाकात में अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और कृषि मंत्री ब्रुक रोलिंस भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने किसानों के लिए 12 अरब डॉलर की संघीय मदद देने का भी एलान किया। बैठक में केनेडी राइस मिल के मालिकाना हक वाले परिवार की सदस्य मेरिल केनेडी भी मौजूद रहीं। मेरिल ने कहा कि अमेरिका में विभिन्न देश अपना सस्ता चावल खपा रहे हैं, जिसके चलते देश के किसानों को बहुत संघर्ष करना पड़ रहा है।
भारत पर लगा अमेरिका में अपना सस्ता चावल खपाने का आरोप
इस पर ट्रंप ने मेरिल से पूछा कि कौन से देश अपना चावल अमेरिका में खपा रहे हैं? तो इस पर मेरिल ने कहा 'भारत, थाईलैंड और चीन प्यूर्टो रिको में अपना चावल खपा रहा है। पहले प्यूर्टो रिको, अमेरिकी चावल का सबसे बड़ा बाजार था, लेकिन अब कई वर्षों से हमने अपना चावल प्यूर्टो रिको नहीं भेजा है।' मेरिल ने कहा कि ये पहले कई वर्षों से हो रहा है, लेकिन मौजूदा प्रशासन में ये बड़े पैमाने पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए टैरिफ काम कर रहे हैं, लेकिन इन्हें बढ़ाकर दोगुना करने की जरूरत है।
ट्रंप ने भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने के दिए संकेत
इसके बाद ट्रंप ने वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट से पूछा, मुझे भारत के बारे में बताइए, भारत को अपना चावल अमेरिका में खपाने की इजाजत क्यों मिल रही है? उन्हें टैरिफ देना चाहिए या उन्हें चावलों पर कोई छूट मिली हुई है? इस पर वित्त मंत्री ने कहा 'भारत को कोई छूट नहीं मिली है, लेकिन हमारी अभी भी भारत के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत चल रही है।' ट्रंप ने स्कॉट बेसेंट से उन देशों के नाम पूछे, जो अपना चावल अमेरिका में खपा रहे हैं। इसके बाद मेरिल केनेडी ने भारत, थाईलैंड और चीन को मुख्य देश बताया। इस पर ट्रंप ने कहा 'इन देशों पर टैरिफ लगाकर ये समस्या बहुत आसानी से सुलझ जाएगी। इसलिए हमें सुप्रीम कोर्ट में केस जीतना जरूरी है।'
अमेरिका की निचली अदालत ट्रंप प्रशासन द्वारा विभिन्न देशों पर टैरिफ लगाने को अवैध बताया है। जिसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। ट्रंप ने कहा अमेरिका की आधा कार निर्माण उद्योग और चिप उद्योग खत्म हो चुका है क्योंकि निर्माण कंपनियों को अन्य देशों में उत्पादन की इजाजत दी गई। पूर्व की सरकारों ने अमेरिका में होने वाले इन उत्पादों पर टैरिफ भी नहीं लगाया।
दुनिया में चावल निर्यात में भारत की बड़ी हिस्सेदारी
भारत दुनिया में चावल का सबसे बड़ा उत्पादक देश है, यहां 15 करोड़ टन चावल का सालाना उत्पादन होता है, जो दुनिया के कुल उत्पादन का 28 प्रतिशत है। भारत, चावल का सबसे बड़ा निर्यातक देश भी है, साल 2024-25 में चावल के कुल निर्यात का 30 प्रतिशत अकेले भारत ने निर्यात किया। ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन के अनुसार, साल 2024 में भारत ने अमेरिका को 2.34 लाख टन चावल का निर्यात किया। हालांकि भारत के कुल बासमती चावल निर्यात 52 लाख टन का यह पांच प्रतिशत से भी कम है।
