भारत से ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट्स में जबरदस्त उछाल, 19% की बढ़ोतरी

By :  vijay
Update: 2025-04-20 06:23 GMT
भारत से ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट्स में जबरदस्त उछाल, 19% की बढ़ोतरी
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भारत की ऑटो इंडस्ट्री ने एक बार फिर दुनिया को अपनी ताकत दिखाई है। बीते वित्तीय वर्ष 2024-25 में देश से कुल 53.63 लाख वाहन एक्सपोर्ट किए गए, जोकि पिछले साल के मुकाबले करीब 19% ज्यादा हैं। यह जानकारी इंडस्ट्री बॉडी SIAM (सियाम) ने साझा की है।

पैसेंजर व्हीकल्स ने बनाया नया रिकॉर्ड

भारत से पैसेंजर गाड़ियों की डिमांड अब सिर्फ घरेलू बाजार में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में तेजी से बढ़ रही है। FY25 में कुल 7.7 लाख पैसेंजर व्हीकल्स एक्सपोर्ट किए गए, जोकि FY24 में हुए 6.72 लाख यूनिट्स से 15% ज्यादा हैं। खास बात यह है कि इसमें से 3.62 लाख यूनिट्स सिर्फ यूटिलिटी व्हीकल्स (SUVs) रही, जिनकी डिमांड 54% तक उछल रही।

टू-व्हीलर एक्सपोर्ट में आया जोश

भारत में बनने वाले बाइक्स और स्कूटर्स सिर्फ देश में ही नहीं पसंद किए जा रहे, बल्कि बाहर के बाजारों में भी इनकी भारी डिमांड देखने को मिल रही है। पिछले साल देश से 41.98 लाख टू-व्हीलर्स का एक्सपोर्ट हुआ, जो कि साल दर साल आधार पर 21% की ग्रोथ को दर्शाता है। अफ्रीका और लैटिन अमेरिका जैसे नए बाजारों में बढ़ती मांग और भारत की एडवांस मैन्युफैक्चरिंग क्वालिटी इसके पीछे की बड़ी वजह मानी जा रही है।

तीन पहियों वाली सवारी भी पीछे नहीं

थ्री-व्हीलर सेगमेंट में भी हल्की बढ़त देखने को मिली। FY25 में लगभग 3.1 लाख थ्री-व्हीलर्स विदेश भेजे गए, जो FY24 की तुलना में 2% ज्यादा है।

कमर्शियल व्हीकल्स में भी दमदार ग्रोथ

कमर्शियल गाड़ियों का एक्सपोर्ट भी 23% बढ़कर 80,986 यूनिट्स तक पहुंच गया, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 65,818 था। इसका मतलब है कि भारत की बनी ट्रक और भारी गाड़ियां भी अब विदेशी सड़कों पर दौड़ने लगी हैं।

SIAM के प्रेसिडेंट शैलेश चंद्रा का कहना है, "भारत की एक्सपोर्ट ग्रोथ यह दिखाती है कि अब हमारी गाड़ियां सिर्फ किफायती ही नहीं, बल्कि क्वालिटी और टेक्नोलॉजी के मामले में भी मजबूत हैं। खासकर पैसेंजर व्हीकल्स और टू-व्हीलर्स के सेगमेंट में अच्छी रिकवरी देखने को मिली है।"

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