तस्कर श्यामलाल ने उगले तस्करी के राज, तीन गाडिय़ों में नीमच से भरा माल, दो वाहन व तस्कर भाग छूटे, जौधपुर के सुनील विश्नौई के लिए कर रहे थे काम
भीलवाड़ा बीएचएन। राजस्थान-मध्यप्रदेश की सीमा पर कास्यां नाका क्षेत्र में 415 किलो डोडा चूरा के साथ बिजौलियां पुलिस के हत्थे चढ़े तस्कर खारड़ा रणधीर, जौधपुर निवासी श्याम लाल पुत्र हरिराम विश्नोई ने मादक पदार्थ तस्करी से जुड़े चौंकाने वाले राज उगले हैं। तस्कर ने कबूल किया कि उसके साथ दो अन्य वाहनों में भी डोडा-चूरा भरा था, जो पुलिस नाकाबंदी की सूचना मिलने पर भाग निकले। आरोपित ने तस्करी का यह काम जौधपुर के सुनील विश्नौई के लिए करना कबूल किया है।
बिजौलियां पुलिस सूत्रों के अनुसार, बिजौलियां पुलिस ने गई रात को कास्यां नाका क्षेत्र में एक स्कॉर्पियो से 415 किलो डोडा-चूरा बरामद कर आरोपित श्यामलाल विश्नौई को गिरफ्तार किया था, जबकि इसका एक साथी सहदेव मौके से भाग निकला। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने दो पिस्टल व नौ कारतूस भी जब्त किये थे।
श्यामलाल ने पकड़े जाने के बाद बिजौलियां पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसके साथ दो अन्य गाडिय़ों क्रेटा में जोराराम पुत्र छोगाराम विश्नौई निवासी कापरड़ा, जौधपुर व औसिया निवासी महिपाल, जो जोराराम का परिचित है, इनके द्वारा एलकाजार कार में विष्णु पुत्र भोमाराम विश्नौई निवासी हाणिया, औसिया द्वारा अफीम डोडा-चूरा हाणिया, औसिया निवासी सुनील पुत्र मांगीलाल विश्नौई के मिलने वाले झातला, नीमच निवासी पप्पू धाकड़ के यहां 16 मई को पहुंचे। जहां पप्पु धाकड झातला व उसके साथी जिनके पास आरजे 27 नंबर की थार व आरजे 27 नंबर की क्रेटा गाडी थी, जिनमे आये व्यक्ति एक पिकअप में अफीम डोडा चुरा भरकर लाये ।
श्यामलाल ने कबूल किया कि इन लोगों उनकी (श्यामलाल व साथियों की) तीनो गाडियो स्कोरर्पियो एन, क्रेटा व एलकाजार कार में अफीम डोडा चुरा भरवाकर जोधपुर की तरफ सुनिल पुत्र मांगीलाल विश्नोई निवासी हाणिया के लिए ले जा रहे थे। स्कोरपियो एन मे श्यामलाल के साथ सहदेव पुत्र हरिराम विश्नोई निवासी रूडकली, जोधपुर था, जो भाग गया। श्यामलाल विश्नोई से स्कॉर्पियो भगाने का कारण पूछा तो उसने कबूल किया कि स्कॉर्पियो के आगे पप्पु धाकड के द्वारा मोटरसाईकिल पर एस्कोर्ट के लिए भेजे व्यक्ति के द्वारा व कास्या रोड पर पुलिस नाकाबंदी की सूचना देने पर पकडने जाने के डर से वाहन स्कोरर्पियो को भगाना बताया। साथ ही उसने पुलिस को यह भी बताया कि उसके साथ वाले वाहन एलकाजार कार व क्रेटा कार में में भी पप्पु धाकड द्वारा भराये गये अफीम डोडा चुरा के पकड़े जाने के डर से ये वाहन वापस जंगल व एमपी की तरफ पुलिस नाकाबन्दी की सूचना मिलने पर भाग गये। आरोपित ने कबूल किया कि सुनील विश्नौई से नेटकालिंग पर वार्ता कर उसके मिलने वाले को यह डोडा-चूरा सप्लाई किया जाता। उसका नाम सुनील विश्नौई ही जानता है।
सुनील रख लेता माल लेने जाने वालों के फोन
आरोपित श्यामलाल के पास मिले आईफोन के बारे में जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने कबूल किया कि यह आईफोन उसे सुनील विश्नौई ने दिया, जो ऐप के द्वारा चलता है। आरोपित ने कबूल किया कि उससे सुनील विश्नौई द्वारा एप से मोबाईल वाटसअप पर नम्बर 1 (218)433-4188 के द्वारा फोन किया गया जाता है । उसने यह भी कबूल किया सुनील विश्नोई ने उनके मोबाईल फोन अपने पास ही रख लेता है । माल को गंतव्य तक पहुंचाने के बाद ही वह उनके मोबाईल वापिस देता ह।
आरोपित ने कबूल किया गाडिय़ां रोकने पर करते फायरिंग
श्यामलाल ने अपने पास मिली दो पिस्टल के बारे में पूछताछ करने पर कबूल किया कि उनके वाहनो को पुलिस द्वारा रोके जाने पर वे, इन पिस्टल से फायरिंग करते। उसने यह भी कबूल किया कि तीनों गाडिय़ां एवं अपने साथियो के साथ वह गुलाबपुरा, रायला, माण्डलगढ टोल होते हुये लाडपुरा, बलवन्त नगर चौराया से एमपी की तरफ जाना कबूल किया।उसने यह भी स्वीकार किया कि इससे पूर्व सुनिल विश्नोई के लिये तीन साल से लगातार से अवैध अफीम डोडा चुरा की तस्करी कर रहा है।