5 माह बाद फिर गूंजेंगी शहनाइयां!: देवउठनी एकादशी से खुलेंगे विवाह के बंधन, बैंड-बाजा, कैटर्स और गार्डन पहले ही फुल बुक
भीलवाड़ा हलचल।
शहर में पांच महीने से शांत पड़े विवाह समारोह अब फिर से रौनक बिखेरने को तैयार हैं। 1 नवंबर को देवउठनी एकादशी के साथ ही मंगल कार्यों की शुरुआत हो जाएगी। यानी, अब शहनाइयां फिर गूंजेंगी, बारातें निकलेंगी और मंडप सजेंगे।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, कार्तिक शुक्ल एकादशी तिथि 1 नवंबर सुबह 9:11 बजे शुरू होकर 2 नवंबर सुबह 7:31 बजे तक रहेगी। इस दिन भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागेंगे, और विवाह सहित सभी शुभ कार्यों की पुनः शुरुआत होगी।
---
🌿 अगले दिन होगा तुलसी विवाह
देवउठनी के अगले दिन यानी 2 नवंबर को तुलसी विवाह मनाया जाएगा।
द्वादशी तिथि 2 नवंबर सुबह 7:31 बजे से शुरू होकर 3 नवंबर सुबह 5:07 बजे तक रहेगी।
धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान शालिग्राम और तुलसी का विवाह होता है। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में सुख, समृद्धि और स्थिरता आती है।
---
🎉 शादियों का मौसम लौट आया
शहर के विवाह भवनों, बैंड वालों, कैटर्स और डेकोरेटर्स की बुकिंग पहले ही पूरी हो चुकी है।
विवाह वाले परिवारों में निमंत्रण पत्र छपने, कपड़ों की खरीदारी और मेहमानों की लिस्ट बनाने का दौर जोरों पर है।
नवंबर में करीब 15 दिन के सावों का सिलसिला रहेगा, इसके बाद 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक मलमास के चलते विवाह समारोहों पर फिर विराम लग जाएगा।
---
🪙 सोने-चांदी के बढ़ते दाम से बढ़ी चिंता
विवाह आयोजक इस बार सोने-चांदी के रॉकेटी दामों से परेशान हैं।
हर दिन घट-बढ़ रहे भावों को लेकर असमंजस है कि खरीद अभी करें या कुछ दिन रुकें।
ज्वेलर्स के अनुसार, बढ़ती मांग और त्योहारी सीजन के कारण नवंबर में दामों में और तेजी आ सकती है।
---
📅 अब शहर में तैयारियों का दौर
सिटी के वाटिकाओं और मैरिज गार्डनों में सजावट शुरू हो चुकी है।
डीजे बैंड वालों की लाइटिंग और साउंड सिस्टम की बुकिंग पूरी हो चुकी है।
कई परिवारों ने देवउठनी एकादशी से लेकर 14 दिसंबर तक की तारीखें पहले ही तय कर ली हैं।
-
