बड़ी कार्रवाई-: टोंक में जिला उद्योग केंद्र के मुख्य प्रबंधक व बूंदी के वरिष्ठ सहायक सहायक को एक लाख की रिश्वत लेते-देते किया गिरफ्तार, सीए को भी दबोचा

Update: 2024-08-09 09:02 GMT

 वरिष्ठ सहायक के टोंक स्थित निवास की तलाशी में 6 लाख रुपये से अधिक की संदिग्ध राशि मिली

भीलवाड़ा । ए.सी.बी. मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी तकनीकी शाखा की ओर से विकसित सूत्र-सूचना पर आज एसीबी की भीलवाड़ा चौकी सहित विभिन्न टीमों ने टोंक में कार्रवाई करते हुये जिला उद्योग केन्द्र, टौंक के मुख्य प्रबंधक सुल्तान सिंह मीणा और जिला उद्योग केंद्र, बूंदी के वरिष्ठ सहायक अजय खण्डेलवाल को 1 लाख रुपये संदिग्ध रिश्वत राशि लेते देते गिरफ्तार किया है। एसीबी ने यह कार्रवाई आरोपी सुल्तान सिंह के टोंक स्थित निवास पर छापा मारकर की गई। साथ ही इसी मामले में संलिप्त आरोपी चार्टेड अकांउंटेंट निवाई निवासी जयंत जैन को भी पकड़ा गया है।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी मुख्यालय को एक गोपनीय सूचना मिली कि जिला उद्योग केन्द्र टोंक में पदस्थापित मुख्य प्रबंधक सुल्तान सिंह मीणा द्वारा जिला उद्योग केन्द्र, बूंदी के वरिष्ठ सहायक अजय खण्डेलवाल के माध्यम से विभिन्न औद्योगिक विकास योजनाओं में गलत रिपोर्ट बनाने, गलत लोन पास करने, फर्जी बिलों के आधार पर अयोग्य व्यक्तियों को अनुचित लाभ पहुंचाने की एवज में रिश्वत राशि का लेन-देन कर रहे हैं।

इस सूचना पर एसीबी मुख्यालय स्थित तकनीकी शाखा के उप अधीक्षक पुलिस राजेश दुरेजा की टीम ने तकनीकी / गोपनीय रूप से शिकायत का सत्यापन किया । एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस रणधीर सिंह के सुपरवीजन में सत्यापन से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर आज ए.सी.बी. टोंक इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक झाबरमल, ए.सी.बी इकाई भीलवाड़ा के उप अधीक्षक पुलिस पारसमल एवं ए.सी.बी एस.आई.यू. इकाई, जयपुर के पुलिस निरीक्षक सज्जन कुमार की टीमों ने कार्यवाही करते हुये आरोपीगण सुल्तान सिंह मीणा मुख्य प्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, टोंक एवं अजय खण्डेलवाल वरिष्ठ सहायक, जिला उद्योग केन्द्र, बूंदी को आरोपी सुल्तान सिंह के टोंक स्थित निवास पर छापा मारकर 1 लाख रुपये संदिग्ध रिश्वत राशि लेते देते गिरफ्तार किया है। मामले में संलिप्तता के आधार पर आरोपी चार्टेड अकांउंटेंट निवाई जयंत जैन च को भी पकडा गया है। आरोपी अजय खण्डेलवाल के टोंक स्थित निवास की तलाशी में 6 लाख रुपये से अधिक की संदिग्ध राशि भी बरामद की गई है।

एसीबी जयपुर की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ तथा कार्यवाही जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा। भीलवाड़ा टीम में उपाधीक्षक के साथ एएसआई रामपाल सहित अन्य स्टॉफ शामिल था। 

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