मांडलगढ़ थाने पर प्रदर्शन के बाद एफआईआर दर्ज- धोखे से ऑयल मिल बैचकर राशि हड़पने व दलित अत्याचार का मामला
भीलवाड़ा बीएचएन। ऑयल मिल को पार्टनर की बिना सहमति दूसरों को बैचकर रुपये नहीं देकर धोखाधड़ी करने व जातिगत शब्दों से अपमानित करने के आरोपों को लेकर एक महिला ने चार लोगों के खिलाफ मांडलगढ़ थाने पर केस दर्ज करवाया है। इससे पहले एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर सामाजिक संठगनों ने थाने पर प्रदर्शन भी किया।
मांडलगढ़ थाने के एएसआई गोपाल लाल ने बताया कि गोवटा निवासी शांति पत्नी स्व. शैतान रैगर ने भंवरलाल धाकड़ के साथ ही अशोक शर्मा सहित चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दी। एएसआई ने बताया कि शांति देवी का आरोप है कि उसके पति ने गायत्री ऑयल मिल्स का संचालन किया। इसके बाद भंवर लाल धाकड़ को पार्टनर बनाया। आरोप है कि लाखों रुपए के बकाया भुगतान के बावजूद पार्टनरशिप जारी रखी। वर्ष 2022 मे परिवादिया के पति का निधन हो गया। इसके बाद भंवर लाल धाकड़ ने बकाया भुगतान को चुकता करने के लिए परिवार को भरोसे मे रखा कि मिल्स को बेच कर बकाया लाखो का भुगतान कर दूंगा जिसका नोटरी स्टाम्प लिखवाया जिसमें बकाया भुगतान की राशि 25 सितंबर 2024 से पूर्व देने की लिखित सहमति बनी। शांति का आरोप है कि भंवर लाल धाकड़ ने मिल की प्रोपेर्टी को अशोक शर्मा को बेच दिया और स्टाम्प लिखवाने से पूर्व ही रजिस्ट्री करवा दी। शांति का आरोप है कि अशोक शर्मा ने मालिकाना हक लेने के लिए उक्त संपत्ति को अपने कब्जे में कर लिया और परिवादिया को जातिगत अपमानित किया। पुलिस ने शांति की रिपोर्ट पर धोखाधड़ी व एससीएसटी एक्ट के तहत केस दर्ज लिया। उधर, सूत्रों के अनुसार, पुलिस के एफआईआर दर्ज करने से पहले सामाजिक संगठनों ने शांति रैगर की इस रिपोर्ट पर एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर थाने पर प्रदर्शन किया और चेतावनी दी कि अगर एफआईआर दर्ज नहीं की गई तो पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया जायेगा।