अफीम खेती में हिस्से को लेकर उपजे विवाद में चेचेरे भाई की हत्या के आरोपित दो भाई गिरफ्तार

भीलवाड़ा बीएचएन। होली के त्यौंहार पर अफीम की खेती में हिस्से को लेकर उपजे विवाद में चचेरे भाई की हत्या करने के आरोपित दो भाइयों को आज शक्करगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों से पुलिस वारदात को लेकर पूछताछ कर रही है।
शक्करगढ़ पुलिस ने बताया कि दलपुरा निवासी मांगीलाल गुर्जर के नाम पर अफीम का पट्टा था। मांगी लाल की मौत हो चुकी। इसके चलते यह पट्टा मांगी लाल के बेटे देवकरण के नाम पर आ गया। देवकरण का एक और भाई लाखाराम गुर्जर है। दोनों भाई दो-चार साल से अफीम की साथ मिलकर कर रहे थे। करीब एक साल से दोनों भाइयों के बीच बिगाड़ हो गई तो देवकरण ने लाखाराम को हिस्सा नहीं दिया। इसे लेकर दोनों भाइयों के बीच विवाद बना हुआ था।
होली के मौके पर 13 मार्च की सुबह लाखाराम, उसके दो बेटे रामअवतार व रघुनाथ, देवकरण के अफीम के खेत पर पहुंचे। जहां देवकरण के बेटे सीताराम व शिवराज अफीम डोडों पर चीरा लगा रहे थे, जिन्हें लाखाराम व उसके बेटों ने चीरा लगाने से यह कहते हुये रोक दिया कि इसमें उनका भी आधा हिस्सा है। इस बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच बोलचाल के बाद लाठियां चल गई। इस खूनी संघर्ष में एक पक्ष से लाखाराम गुर्जर, इसके बेटे रामअवतार व रघुनाथ, जबकि दूसरे पक्ष से शिवराज व सीताराम पुत्र देवकरण गुर्जर घायल हो गये। इन सभी घायलों को भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया। जहां रामअवतार के सिर में गंभीर चोट होने से उसे उदयपुर के निजी अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। रामअवतार के शव का शनिवार को पोस्टमार्टम करवाया गया था।
खूनी संघर्ष को लेकर शक्करगढ़ पुलिस ने सीताराम पुत्र देवकरण व दूसरे पक्ष के लाखाराम पुत्र मांगीलाल गुर्जर की रिपोर्ट पर परस्पर केस दर्ज किये। पुलिस ने लाखाराम की रिपोर्ट पर दर्ज मामले में सीताराम व शिवराज पुत्र देवकरण को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों से पुलिस पूछताछ कर रही है।
ये थे टीम में
थाना प्रभारी हेमराज, एएसआई दिनेश, दीवान सियाराम, गुलामनबी, रामराज, छोटूराम, राजवीर, राजाराम व मंगलराम शामिल थे।