भारत गौरव टूरिस्ट ट्रैन से कीजिये रामलला संग काशी विश्वनाथ, जगन्नाथ धाम, गंगासागर तीर्थ सहित कई सनातनी धार्मिक स्थलों के दर्शन, चार अक्टूबर को उदयपुर से होगी रवाना

Update: 2025-09-03 09:24 GMT

 भीलवाड़ा बीएचएन। भारतीय रेलवे के उपक्रम इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने श्रद्धालुओं की मांग पर पुरी गंगासागर, अयोध्या धाम यात्रा ट्रेन चलाने का फैसला किया है ।

बता दें कि चार अक्टूबर से यह यात्रा उदयपुर से रवाना होकर चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा, अजमेर, जयपुर और सवाई माधोपुर से सवारियां लेती हुई जाएगी । इस यात्रा की अवधि 12 दिन की होगी। जिसमे पुरी में जगन्नाथ धाम, कोणार्क के सूर्य मंदिर, गंगासागर तीर्थ, कोलकाता के काली घाट मंदिर, जसडीह में बैधनाथ धाम, गया में महाबोधी मंदिर व विष्णुपद मंदिर, वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा आरती व अन्य स्थानीय मंदिर तथा अयोध्या में नवनिर्मित रामलला मंदिर व हनुमानगढ़ी तीर्थ जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण सनातनी धार्मिक स्थलों के दर्शन का मौका मिलेगा।

आईआरसीटीसी, जयपुर के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक मुकेश सैनी ने बताया कि यह भारत गौरव टूरिस्ट ट्रैन कई प्रकार की सुविधाओं जैसे इकॉनमी वातानुकूलित एवं गैर वातानुकूलित कोच, आधुनिक किचन-कार, बायो -टॉयलेट्स इत्यादि से सुसज्जित होगी। यात्रियों की सुविधाओं एवं बजट के अनुसार यात्रा को तीन श्रेणियों इकॉनमी, स्टैण्डर्ड व कंफर्ट केटेगरी में विभाजित किया गया है।

इकॉनमी केटेगरी का मूल्य 24,560 रुपये रखा गया है जिसमे नॉन- एसी ट्रैन यात्रा, नॉन- एसी आवास तथा नॉन- एसी बसों की व्यवस्था रहेगी । स्टैण्डर्ड केटेगरी का मूल्य 34,500 रुपये रखा गया है जिसमे एसी ट्रैन यात्रा, नॉन- एसी आवास तथा नॉन- एसी बसों की व्यवस्था रहेगी । कंफर्ट केटेगरी का मूल्य 45,275 रुपये रखा गया है जिसके अंतर्गत एसी ट्रैन के साथ एसी आवास एवं एसी बसों की सुविधा मिलेगी।

यात्रा 4 अक्टूबर 2025 को उदयपुर से रवाना होकर 06 अक्टूबर को पुरी पहुँचेगी, जहाँ जगन्नाथ धाम के दर्शन करवाए जायेंगे एवं रात्रि विश्राम पुरी में रहेगा । 7 अक्टूबर को कोणार्क के सूर्य मंदिर के दर्शन के पश्चात ट्रैन कोलकाता के लिए रवाना होगी । 8 अक्टूबर को ट्रैन कोलकाता पहुंचेगी एवं यात्रियों को बसों के जरिये गंगासागर ले जाया जायेगा, जहाँ यात्री गंगासागर तीर्थ के दर्शन पश्चात रात्रि विश्राम करेंगे । 9 अक्टूबर को यात्रियों को कोलकाता ले जाया जायेगा । यात्रियों को काली घाट मंदिर के दर्शन करवाए जायेंगे । 10 अक्टूबर को ट्रैन जसडीह पहुंचेगी । यात्रियों को बैधनाथ धाम के दर्शन करवाने के पश्चात यात्रा प्रस्थान करेंगी । 11 अक्टूबर को ट्रैन गया पहुंचेगी । जहाँ यात्रियों को महाबोधी मंदिर व विष्णुपद मंदिर के दर्शन करवाए जायेंगे एवं दर्शन पश्चात वाराणसी प्रस्थान के लिए स्टेशन ले जाया जायेगा । 12 अक्टूबर को ट्रैन वाराणसी पहुंचेगी । यात्रियों को काशी विश्वनाथ मंदिर एवं कॉरिडोर, काशी विशालाक्षी तथा अन्नपूर्णा देवी मंदिर के साथ गंगा आरती के भी दिखाई जाएगी । यात्रियों का रात्रि विश्राम वाराणसी में ही होगा । 13 अक्टूबर को ट्रैन वाराणसी से रवाना होकर अयोध्या पहुंचेगी । यात्री नवनिर्मित रामलला मंदिर के साथ हनुमानगढ़ी के दर्शन करेंगे । दर्शन के बाद ट्रेन रात्रि में 13 अक्टूबर को ही ट्रैन वापसी उदयपुर के लिए रवाना होगी । 15 अक्टूबर को यात्रा की समाप्ति होगी । अपर महा प्रबंधक, पर्यटन -योगेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि किसी भी व्यक्ति का इस यात्रा में शामिल सभी धार्मिक स्थलों का एक साथ दर्शन कर पाना असंभव के बराबर है । अत: यह टूर पैकेज धार्मिक यात्रियों के लिए एक सुनहरा मौका है,क्योंकि कन्फर्म बर्थ के साथ-साथ होटल-आवास, खानपान सेवा, ट्रांसपोर्टेशन व मन्दिर दर्शन की सुविधा भी प्रदान करवाई जाएगी । इंस्युरेन्स के साथ सरकार/पीएसयू के कर्मचारी इस यात्रा पर वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के आधार पर पात्रता के अनुसार एलटीसी सुविधा का लाभ भी उठा सकते हैं। यात्री इस पैकेज की विस्तृत जानकारी व्हाट्सएप्प नंबर 9001094705, 8595930998 पर उपलब्ध हैं ।  

Similar News