हाजी बाबा बनकर एटीएस एएसआई ने तैयार की ठगों को दबोचने की स्क्रिप्ट,: कार सौदे की आड़ में जाल में फंसे तीन शातिर ठग,पुलिस ने किया गिरफ्तार
भीलवाड़ा बीएचएन ।भीलवाड़ा के सुभाष नगर थाना क्षेत्र में एटीएस अजमेर की सतर्कता से ठगी और नकली नोटों के कारोबार का बड़ा खुलासा हुआ है। एटीएस चौकी अजमेर में तैनात एएसआई मोहम्मद रफीक ने हाजी बाबा बनकर एक फर्जी कार सौदे की योजना रची और तीन ठगों को रंगे हाथों पकड़वा दिया। पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार एएसआई मोहम्मद रफीक को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग नकली नोटों से ठगी कर रहे हैं। वे असली 500 रुपये के नोटों को काले रंग से रंगकर कास्टिक सोडा और पानी से धोने के बाद उन्हें असली नोट बताकर लोगों को ठगते हैं। साथ ही वे उसी साइज के काले पेपर के बंडल बनाकर असली नोटों के साथ मिला देते हैं।
एएसआई रफीक ने खुद को हाजी बाबा निवासी अजमेर बताकर एक कार बेचने की योजना बनाई। उन्होंने ठगों से संपर्क कर सौदा तय किया जिसके बाद ठगों ने उन्हें भीलवाड़ा के अहिंसा सर्कल बुलाया। मुलाकात के दौरान तीनों व्यक्तियों ने खुद को असलम पुत्र जीवन खां निवासी कुचील बाना, गांधीनगर अजमेर इंसाफ पुत्र बाबू खां निवासी बिलौद जिला मंदसौर मध्यप्रदेश और रियाज पुत्र शराफत खां निवासी कच्ची बस्ती कुवाड़ा खान भीलवाड़ा बताया।इन लोगों ने कार का सौदा सात लाख रुपये में तय किया और नकली नोटों का डेमो देने के लिए एक नीले बैग से काले रंग के कागज निकाले।उन्होंने इन कागजों को सफेद पाउडर मिले पानी से धोकर उन्हें असली 500 रुपये के नोटों जैसा दिखाने की कोशिश की। संदेह होने पर एएसआई रफीक ने मौके पर ही अपने साथ मौजूद पुलिस जाप्ते की मदद से तीनों को पकड़ लिया ।
जांच में उनके पास से भारतीय मुद्रा जैसे दिखने वाले काले कागज के तीन बंडल एक प्लास्टिक डिब्बा जिसमें सफेद रंग का पाउडर भरा हुआ था और एक टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिल बरामद की गई। साथ ही 500 रुपये के 13 असली नोट भी मिले जिन पर काले रंग की परत चढ़ी हुई थी।
जब इन कागजों को मौके पर धोकर देखा गया तो वे असली नोट नहीं निकले। पूछताछ में आरोपित इंसाफ ने स्वीकार किया कि सिर्फ 13 नोट ही असली हैं बाकी सब कागज हैं । उन्होंने बताया कि ये सारा सामान वे लोगों से ठगी करने के उद्देश्य से साथ लेकर आए थे।
तीनों आरोपितों को सुभाष नगर थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया हैै।जहां पुलिस ने केस दर्ज कर जांच एएसआई पृथ्वीराज को सौंपी। एएसआई ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार किया हैै। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन लोगों ने अब तक कितनी ठगी की है और इस गिरोह में और कौन कौन शामिल है।
