जयपुर। राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा, डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को धमकी और जेलों में बंदियों के पास मोबाइल मिलने के मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। जेल डीजी गोविंद गुप्ता ने आला अधिकारियों की मीटिंग के बाद जयपुर, जोधपुर व बीकानेर केन्द्रीय कारागार में कार्रवाई, निलम्बित होने वालों में 2 कारापाल (जेलर), 2 उप कारापाल, 3 मुख्य प्रहरी व 4 प्रहरियों को निलंबित कर दिया। जबकि जयपुर केन्द्रीय जेल के उपाधीक्षक इन्द्र कुमार को हटाकर अग्रिम आदेशों तक सीकर कारागृह भेज दिया।
राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा, डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को धमकी और जेलों में बंदियों के पास मोबाइल मिलने के मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। जेल डीजी गोविंद गुप्ता ने आला अधिकारियों की मीटिंग के बाद जयपुर, जोधपुर व बीकानेर केन्द्रीय कारागार में कार्रवाई, निलम्बित होने वालों में 2 कारापाल (जेलर), 2 उप कारापाल, 3 मुख्य प्रहरी व 4 प्रहरियों को निलंबित कर दिया। जबकि जयपुर केन्द्रीय जेल के उपाधीक्षक इन्द्र कुमार को हटाकर अग्रिम आदेशों तक सीकर कारागृह भेज दिया।
जाँच टीम को रोका
जोधपुर: एसडीएम व पुलिस अधिकारी मोबाइल व अन्य संदिग्ध सामग्री बंदियों के पास होने की सूचना पर सर्च करने पहुंचे। लेकिन उन्हें जेल के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया और करीब 20 मिनट तक खड़े रखा। इसके बाद उन्हें जेल में जाने की अनुमति दी, तब तक जेल में खेल हो जाने का हवाला दे टीम वापस लौट गई थी। इसी मामले में कारापाल रामचन्द्र व मुख्य प्रहरी चैनदान को निलम्बित किया है।
बीकानेर: जेल से बंदी आदिल ने शुक्रवार को ही पुलिस कन्ट्रोल रूम में फोन कर मुख्यमंत्री के नाम धमकी दी। इसी मामले में उप कारापाल सिंह, मुख्य प्रहरी विजयपाल व प्रहरी जगदीश प्रसाद व अनिल को निलम्बित किया। जेल में मोबाइल सिम पहुंचाने में कारागार कर्मचारी जगदीश मीणा की भूमिका संदिग्ध मिली। इस संबंध में पुलिस जांच कर रही है।