13 साल की लड़की की रेप के बाद हत्या का खुलासा, दम्पति और ऑटो चालक गिरफ्तार
MHARASTRA NEWSकल्याण (पूर्व) शहर में 13 साल की एक नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और फिर बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस मामले ने पूरे महाराष्ट्र को झकझोर दिया है। हालांकि पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी विशाल गवली को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में विशाल गवली के अलावा उसकी पत्नी साक्षी गवली और एक ऑटो चालक को भी गिरफ्तार किया गया है।
साक्षी गवली को जघन्य अपराध में अपने पति की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अदालत ने साक्षी को पुलिस हिरासत में भेजा है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। साक्षी से पूछताछ के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, विशाल गवली की पत्नी साक्षी गवली ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और पूरा घटनाक्रम बताया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि बच्ची के शव को ठिकाने लगाने में विशाल की पत्नी और दोस्त ने भी उसकी मदद की। शक के आधार पर पुलिस ने दोनों पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है और इसके साथ ही मामले का पर्दाफाश भी हो गया है।
क्या है मामला?
सोमवार शाम में कल्याण में 13 साल की नाबालिग लड़की का अपहरण कर लिया गया। आरोप है कि मासूम का यौन उत्पीड़न किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने विशाल गवली, उसकी पत्नी साक्षी गवली और रिक्शा चालक को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने सबसे पहले रिक्शा चालक को गिरफ्तार किया। फिर साक्षी को कल उसके घर से पकड़ा गया और विशाल को आज बुलढाणा के शेगाव से गिरफ्तार किया गया। साक्षी को आज कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने उसे दो दिन की हिरासत में भेज दिया।
पुलिस की गहन पूछताछ के बाद साक्षी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि शाम 5 बजे विशाल गवली बच्ची को घर लेकर आया था। इसके बाद उसने उसके साथ दुराचार किया और बाद में उसकी हत्या कर दी।
हत्या करने के बाद उसने क्षत-विक्षत शव को एक बड़े बैग में रखा। इसके बाद शाम 7 बजे जब साक्षी नौकरी से घर आई तो विशाल ने उसे सारा मामला बताया। पहले तो विशाल की करतूत सुनकर साक्षी भी सन्न रह गई, लेकिन फिर उसने अपने पति को बचाने के लिए शव को ठिकाने लगाने में उसकी मदद की।
इसके बाद दोनों पति-पत्नी ने मिलकर शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। दोनों ने घर में फैला खून साफ किया और सबूत मिटाए। रात 8.30 बजे विशाल ने दोस्त का रिक्शा बुलाया। रात 9 बजे वे शव को रिक्शे में रखकर बापगाव की ओर चले गए। इसके बाद उन्होंने शव को बापगांव में सुनसान स्थान पर फेंक दिया और वहां से भाग गये।
बापगांव से लौटते समय विशाल ने आधारवाडी चौक से शराब खरीदी। इसके बाद वह बुलढाणा के लिए रवाना हो गया, जबकि साक्षी कल्याण में अपने घर चली आई। जब विशाल पर शक हुआ तो पुलिस ने गहन जांच की। इस दौरान पुलिस को विशाल के घर के पास खून के धब्बे मिले थे। इससे पुलिस का शक और पक्का हो गया। फिर पुलिस ने साक्षी को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की तो उसने इस हत्याकांड की सारी कहानी पुलिस को सुना दी।