5वें चरण में 49 सीटों पर 5 बजे तक 56.68% मतदान, देखिए वोटिंग पर्सेंटेज
मोदी सरकार के इन मंत्रियों की किस्मत ईवीएम में कैद;
लोकसभा चुनाव के पांचवें दौर के लिए मतदान सोमवार को खत्म हो गया। इस चरण में आठ प्रदेशों की 49 सीटों पर 695 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे। पांचवें दौर में सबसे ज्यादा 14 सीटें उत्तर प्रदेश की जबकि सबसे कम जम्मू कश्मीर और लद्दाख की एक-एक सीट पर वोट डाले गए।पांच बजे तक के आंकड़े के अनुसार, पांचवें चरण की 49 सीटों पर 56.68% मतदान हुआ है। 2019 में इन सीटों पर 62.01 फीसदी मतदान हुआ था। अब तक के चुनावों में मत प्रतिशत चर्चा का बड़ा विषय रहा है। विपक्ष ने चुनाव आयोग पर देरी से वोटिंग के आंकड़े देने का आरोप लगाया जिसका आयोग ने खंडन किया है। वहीं सत्ता पक्ष ने कहा कि विपक्ष ने पहले ही हार मान ली है।
पांचवें चरण में 5 बजे तक 56.68% मतदान
पांचवें चरण में 5 बजे तक 56.68% मतदान हुआ। यहां पर बंगाल में 73.00 प्रतिशत वोटिंग हुई. वहीं लद्दाख में 67.15 प्रतिशत तक वोटिंग हुई है.
बिहार- 52%
जम्मू एंड कश्मीर- 54%
झारखंड- 61.90%
लद्दाख- 67.15%
महाराष्ट्र- 48.66%
ओडिशा- 60.55%
उत्तर प्रदेश- 55.80%
पश्चिम बंगाल- 73.00%
मोदी सरकार के इन मंत्रियों की किस्मत ईवीएम में कैद
राजनाथ सिंह: उत्तर प्रदेश की लखनऊ लोकसभा सीट से भाजपा की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चुनाव मैदान में हैं। भाजपा नेता के सामने सपा ने रविदास मेहरोत्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके मेहरोत्रा फिलहाल लखनऊ मध्य विधानसभा सीट से सपा के विधायक हैं। बसपा ने लखनऊ सीट से सरवर मलिक को प्रत्याशी बनाया है। 2019 लोकसभा चुनाव में सीट पर भाजपा से राजनाथ सिंह जीते थे। 2019 में लखनऊ सीट पर 54.78% मतदान दर्ज किया गया था।
स्मृति ईरानी: केंद्रीय मंत्री और अमेठी की मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी एक बार फिर भाजपा के टिकट पर यहां से मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस ने नामांकन के आखिरी दिन गांधी परिवार के करीबी केएल शर्मा को उम्मीदवार बनाया। बसपा ने यहां नन्हे सिंह चौहान को अपना उम्मीदवार बनाया है। 2019 में भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को शिकस्त दी थी। पिछले चुनाव में यहां 54.08% लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
पीयूष गोयल: मुंबई उत्तर मुंबई की हाई प्रोफाइल सीट है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इस लोकसभा क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को चुनावी मैदान में उतारा है। गोयल अभी महाराष्ट्र से भाजपा के राज्यसभा सांसद हैं। भारत सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप उनके पास कपड़ा, वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण जैसे अहम विभाग हैं। पीयूष गोयल के सामने कांग्रेस ने भूषण पाटिल को उतारा है। भूषण अभी मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं। 2019 में मुंंबई उत्तर सीट पर भाजपा के गोपाल शेट्टी को जीत मिली थी। पिछले चुनाव में यहां 60.09% मतदान दर्ज किया गया था।
कौशल किशोर: पांचवें चरण में जिन केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत दांव पर है उनमें कौशल किशोर भी शामिल हैं। कौशल किशोर उत्तर प्रदेश की मोहनलालगंज सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं। वहीं, सपा से आरके चौधरी और बसपा से राजेश कुमार उतरे हैं। 2019 के चुनाव में भाजपा के कौशल किशोर ने जीत का परचम लहराया था। पिछले चुनाव में मोहनलालगंज सीट पर 62.79% मतदान हुआ था।
साध्वी निरंजन ज्योति: उत्तर प्रदेश की फतेहपुर सीट से मोदी सरकार की एक और मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति चुनाव लड़ रही हैं। साध्वी निरंजन मोदी सरकार में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री हैं। इस चुनाव में फतेहपुर से सपा ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे नरेश उत्तम पटेल को उम्मीदवार बनाया है। वहीं इस लड़ाई में बसपा भी शामिल है जिसने नर्सिंग होम संचालक डॉ. मनीष सिंह सचान को मैदान में उतारा है। 2019 में भाजपा की साध्वी निरंजन ज्योति को जीत मिली थी। पिछले चुनाव में फतेहपुर सीट पर 56.79% मतदान हुआ था।
डॉ. भारती प्रवीण पवार: पांचवें चरण में जो मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं उनमें डॉ. भारती प्रवीण पवार भी हैं। वह महाराष्ट्र की दिंडोरी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं। भारती पवार फिलहाल मोदी सरकार में स्वास्थ्य राज्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। इस चुनाव में उनके सामने महाविकास अगाडी (एमवीए) से भास्कर मुरलीधर भागारे हैं जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद गुट) के प्रत्याशी हैं। 2019 में दिंडोरी लोकसभा सीट पर भाजपा की तरफ से भारती पवार को जीत मिली थी। पिछले चुनाव में यहां 65.71% लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
अन्नपूर्णा देवी: इस चुनाव में झारखंड की कोडरमा सीट भी चर्चा में है। यहां से केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी चुनाव मैदान में हैं। उनके सामने महागठबंधन की तरफ से भाकपा (माले) के विनोद कुमार सिंह प्रत्याशी हैं। 2019 में कोडरमा सीट पर भाजपा की अन्नपूर्णा देवी को जीत मिली थी। बीते चुनाव में यहां 66.68% लोगों ने वोटिंग की थी।
कपिल पाटिल: पांचवें चरण में जो मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं उनमें भिवंडी सीट से कपिल पाटिल भी हैं। कपिल पाटिल केंद्र सरकार में पंचायती राज मंत्रालय में राज्यमंत्री के पद पर हैं। इस लोकसभा चुनाव में उनके सामने एमवीए से सुरेश गोपीनाथ म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा हैं जो एनसीपी (शरद गुट) के प्रत्याशी हैं। 2019 में भिवंडी में भाजपा के कपिल पाटिल को जीत मिली थी। पिछले चुनाव में यहां 53.2% लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
शांतनु ठाकुर: इस चुनाव में पश्चिम बंगाल की कई सीटों पर दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। ऐसी ही एक सीट है बनगांव, जहां से केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर भाजपा के उम्मीदवार हैं। शांतनु अभी बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग राज्य मंत्री के पद पर हैं। उनके सामने टीएमसी से बिस्वजीत दास जबकि कांग्रेस से प्रदीप कुमार बिस्वास हैं। 2019 में भाजपा के शांतनु ठाकुर को जीत मिली थी। बीते चुनाव में बनगांव सीट पर 82.64% लोगों ने वोटिंग की थी।