गैंगस्टर लॉरेंस और आरजू बिश्नोई गैंग की 91 लाख की रंगदारी रकम पकड़ी गई,चार गिरफ्तार

Update: 2025-12-31 11:37 GMT

श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर थाना क्षेत्र में 28-29 दिसंबर की रात को एक इनोवा क्रिस्टा कार में तीन युवकों को लगभग 91 लाख रुपये की नगद राशि सहित पकड़े जाने के मामले में पुलिस ने आज बड़ा खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने प्रेस वार्ता में बताया कि यह राशि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके साथी आरजू बिश्नोई द्वारा किसी व्यक्ति को धमकाकर वसूली गई रंगदारी का हिस्सा थी। यह रकम श्रीगंगानगर के मूल निवासी और फिलहाल जोधपुर में रहने वाले जयपाल जांदू के पास पहुंचाई गई थी, जहां से तीन व्यक्ति इसे लेकर रायसिंहनगर आ रहे थे।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जयपाल जांदू को कुल 1 करोड़ रुपये की वसूली राशि मिली थी, जिसमें से उसने लगभग 9 लाख रुपये अपने हिस्से में रख लिए थे। तीन दिनों की गहन जांच-पड़ताल के बाद यह सामने आया कि यह पूरा मामला गैंगस्टरों द्वारा डराकर वसूली गई रकम को आगे मददगारों तक पहुंचाने या यूएसडीटी (क्रिप्टोकरेंसी) में निवेश करने से जुड़ा है। इस संबंध में महत्वपूर्ण साक्ष्य और सुराग मिलने के बाद, पकड़े गए तीन व्यक्तियों सहित कई अन्य लोगों के खिलाफ रायसिंहनगर थाना में कल देर रात मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमे में संगठित अपराध से संबंधित धाराएं भी जोड़ी गई हैं।

रायसिंहनगर थाना में नियुक्त सहायक उप निरीक्षक जगतार सिंह और उनकी टीम में शामिल पुलिसकर्मियों ने 28-29 दिसंबर की रात को कुलदीप (50),पुत्र बनवारी लाल, निवासी चक 35 एनपी, अमन (20) पुत्र मदनलाल निवासी सतजंडा और रामस्वरूप (38) पुत्र ओमप्रकाश, निवासी चक 3-आईएसडब्ल्यू, ग्राम पंचायत सतजंडा को लगभग 91 लाख की रकम सहित पकड़ा था। तब इन तीनों को

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 170 के तहत गिरफ्तार किया गया, जबकि रकम को धारा 106 के तहत जब्त किया गया। इसकी जानकारी आयकर विभाग को भी दी गई। अब कल रात दर्ज किए मुकदमे में उक्त तीनों व्यक्तियों गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा कुलदीप के पुत्र योगेश को भी गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में लॉरेंस बिश्नोई और आरजू बिश्नोई गैंग के सदस्य साहिल बिश्नोई उर्फ शंटी, अक्षय, बलजिंदर उर्फ विनोद भादू, जयपाल जांदू, जयमल जांदू, मनीष बिश्नोई, घनश्याम बिश्नोई, मनीष शर्मा सहित कई अन्य लोग शामिल हैं। ये लोग गैंग द्वारा वसूली गई रंगदारी की रकम को मददगारों तक पहुंचाने या यूएसडीटी में खपाने का काम करते हैं। जोधपुर में जयपाल जांदू को भी डिटेन कर लिया गया है। इसके अलावा गिरोह में शामिल अन्य कुछ लोगों को डिटेन किया गया है और पूछताछ जारी है।

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