भीलवाड़ा- शहर में कदम-कदम पर सटोरियों के ठिकाने,: केबिनों में काटी जा रही सट्टा पर्चियां, जानकर भी अनजान बनी है पुलिस
भीलवाड़ा BHN .शहर में कदम-कदम पर सट्टा कारोबार के ठिकाने बन चुके हैं और अवैध केबिनों में दिनभर सट्टा खेला जा रहा है। भीमगंज और कोतवाली थाना इलाकों में सटोरियों के हेडक्वार्टर खुलेआम संचालित हो रहे हैं, जहां पुलिस का कोई खौफ नहीं है। सूत्रों के अनुसार, बड़े रसूखदार जुआ और सट्टे के संचालकों पर पुलिस की नजर नहीं पड़ती और छोटे स्तर पर केवल दिखावटी कार्रवाई की जाती है।
शहर में सक्रिय सटोरिये
जानकारी के अनुसार, शहर में हरी, विक्की, रवि, मन्नू, कमल, उमेश, शकील, डीके, आरिफ जैसे सटोरिये अवैध सट्टा कारोबार चला रहे हैं।
ठिकाने और केबिनें
भीमगंज थाना इलाके में बीएसएल टावर, बस स्टैंड के सामने, हरीसेवा धाम के पीछे, मिलन टॉकिज के सामने, बाहला, माणिक्य नगर मालीखेड़ा, नेहरू रोड सहित कई जगह अवैध केबिनें संचालित हो रही हैं। कोतवाली इलाके में बड़ला चौराहा, नाला के आस-पास, कावांखेड़ा चौराहा और एफसीआई 100 फीट रोड पर भी सट्टा खेला जा रहा है। अधिकांश केबिनों का मुख मुख्य मार्ग की ओर नहीं है और ग्रीन नेट की ओट में पर्चियां काटी जाती हैं।
दिनभर सट्टे का कारोबार
सूत्रों के अनुसार, सटोरिये सुबह से रात तक लगातार सट्टा काटते हैं। प्रमुख समय इस प्रकार हैं:
- सुबह 11.40 से 12.40 तक मॉर्निंग
- 1.5 से 2.5 तक टाय
- 1.40 से 2.40 तक मधुर
- 3.10 से 5.10 तक मिलन
-3.50 से 5.50 तक कल्याण
-शाम 8.40 से 10.40 तक मधुर चार्ली
-9.30 से 12.30 तक मुंबई
- 9.55 से 11.15 तक मिलन
प्रतिदिन लाखों रुपये का कारोबार
सट्टा लेने और लगाने वालों की संख्या सैकड़ों में है। प्रतिदिन लाखों रुपये की पर्चियां काटी जाती हैं। सट्टा कारोबार के लोग नाम न छापने की शर्त पर स्वीकार करते हैं कि इस धंधे के संचालन के लिए सम्बंधित थानों को मासिक बंदी भी देते हैं।
सूत्रों का कहना है कि इतना सब कुछ होने के बावजूद पुलिस जानकर भी अनजान बनी रहती है, जिससे शहर में सट्टा कारोबार तेजी से बढ़ रहा है।
