जिंदा जलाया:: चालक को बांधकर लगा दी आग, धधकती आग में जलकर खाक हुई लाश और स्‍कॉर्पियो

Update: 2024-05-24 03:03 GMT

दुमका। जिले के जरमुंडी थाना क्षेत्र के  कुशमाहा चिकनिया और चंदना गांव के बीच कच्ची सड़क पर गुरुवार की सुबह करीब तीन बजे चालक 50 वर्षीय मोहन दास को स्काॅर्पियो में बांधकर जिंदा जला दिया गया।

मृतक इसी प्रखंड के चंदना गांव का रहने वाला था और बासुकीनाथ नगर पंचायत के सरडीहा गांव निवासी बिनोद राय की स्कार्पियो चलाता था। पुलिस ने शव कब्जे में लिया है। रांची से एफएसएल की टीम आने के बाद अब शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

किसी से नहीं थी दुश्‍मनी

सुबह जली हुई स्काॅर्पियो देखने के बाद सांसद प्रतिनिधि जयप्रकाश मंडल और पांचू दास मौके पर पहुंचे। उनसे सूचना मिलने पर जरमुंडी एसडीपीओ संतोष कुमार, पुलिस निरीक्षक सत्यम कुमार भी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और हर बिंदु पर जांच की।

मृतक मोहन दास की पत्नी माधुरी देवी व बहन सरस्वतीया देवी पति के हत्या की आशंका जताई है। उसने बताया कि हो न हो किसी ने उसके पति के हाथ पैर बांधकर पहले वाहन में डाला और फिर पेट्रोल छिड़ककर वाहन में आग लगा दी। जिससे उसकी मौत हो गई। पति की किसी से दुश्मनी नहीं थी।

 नोनीहाट गया था

चालक मोहन दास बुधवार की शाम को गाड़ी मालिक के रिश्तेदार दुधानी गांव के जसविंदर माल के परिवार को नोनीहाट का यज्ञ मेला लेकर गया था।

जसविंदर ने बताया कि नोनीहाट से वापस दुधानी लौटने के क्रम में स्काॅर्पियो को उसने ही ड्राइव किया था। पहले कुशमाहा चिकनिया स्थित रामजीवन होटल में पूरे परिवार के लिए खाना पैक कराया। चालक ने भी होटल से पनीर पैक कराया। रात एक बजे के करीब मोहन ने घर छोड़ा और चला गया।

बेटे ने पहले मां को दी सूचना

ग्रामीणों ने बताया कि सुबह पांच बजे के करीब वाहन में आग जल रही थी। वहीं मृतक की पत्नी ने बताया कि तीन बजे उसके पुत्र ने फोन कर बताया कि स्काॅर्पियो जल रही है। इसके बाद पति के दोनों मोबाइल में कई बार फोन किया। एक मोबाइल का स्विच ऑफ था और दूसरा हर बार व्यस्त बता रहा था।

 पुलिस कर रही जांच

पुलिस को यह घटना हादसा कम और सोची समझी साजिश ज्यादा लग रही है। पुलिस के एक पदाधिकारी ने बताया कि या तो चालक की हत्या करने के बाद शव को वाहन में डाल दिया गया, या फिर किसी ने वाहन में बांधने के बाद आग लगा दी।

उन्होंने हादसे की संभावना से इंकार करते हुए कहा कि चालक को वाहन में जरा सी खराबी होने पर तुरंत पता चल जाता है। अगर किसी वजह से वाहन में आग लगती तो चालक कूदकर भाग सकता था। जरूर, उसकी हत्या की गई है। उसे मारकर जला दिया गया या फिर जिंदा जलाया गया है, यह अनुसंधान से स्पष्ट हो जाएगा।

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