बिहार विधानसभा चुनाव: एग्जिट पोल और सट्टा बाजार में मतभेद, तेजस्वी की सरकार का भी अनुमान

Update: 2025-11-12 03:16 GMT

  

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग समाप्त हो चुकी है। अब 14 नवंबर को चुनाव नतीजे सामने आएंगे। फिलहाल, जो एग्जिट पोल सामने आए हैं, उनके अनुसार एनडीए यानी बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को बिहार में स्पष्ट बहुमत मिलने की संभावना है, जबकि महागठबंधन (आरजेडी-कांग्रेस) दूसरे स्थान पर नजर आ रही है। वहीं, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (जेएसपी) का प्रदर्शन काफी निराशाजनक प्रतीत हो रहा है और उसे 0 से 3 सीटों के बीच मिलने का अनुमान है।



 

हालांकि, सिर्फ एग्जिट पोल ही नहीं, बल्कि सट्टा बाजार और दूरबाज़ार के रुझान भी इस बार चर्चा का केंद्र बन गए हैं। **फलोदी सट्टा बाजार** के आंकड़े इस बार सबको चौंकाने वाले हैं। फलोदी के सट्टेबाजों के अनुसार, महागठबंधन इस बार बड़ी पार्टी बन सकती है और तेजस्वी यादव बिहार के अगले मुख्यमंत्री बन सकते हैं।

फलोदी बाजार के अनुसार, **एनडीए को 105 से 135 सीटें मिलने की संभावना** है, जबकि महागठबंधन को **97 से 127 सीटों का अनुमान** है। इस आंकड़े में एग्जिट पोल से काफी अंतर नजर आता है और चुनावी नतीजों को लेकर एक नई बहस छेड़ देता है।

दूरबाज़ारों की बात करें तो, छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में राजद की पकड़ मजबूत दिखाई दे रही है। सटोरियों के आंकड़े और स्थानीय रुझानों के आधार पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कई महत्वपूर्ण सीटों पर महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ा मुकाबला हो सकता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि बिहार चुनाव 2025 में एग्जिट पोल और सट्टा बाजार के इस विरोधाभास से पता चलता है कि मतदाताओं का अंतिम फैसला असाधारण रूप से रोमांचक हो सकता है। 14 नवंबर को जब नतीजे घोषित होंगे, तो यह स्पष्ट होगा कि एग्जिट पोल और सट्टा बाजार में कौन सही साबित हुआ।


 

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