पहली बार सरकार का अनोखा निर्णय: दीपोत्सव पर जगमगाएंगे प्रदेश के सरकारी स्कूल, हर स्कूल में होगी लाइटिंग, सजावट और रंग-रोगन

Update: 2025-10-10 03:39 GMT

 भीलवाड़ा विजय गढवाल । इस बार दीपावली पर प्रदेश के सरकारी स्कूलों की तस्वीर कुछ अलग ही नजर आने वाली है। जहां अब तक रोशनी और सजावट केवल घरों, बाजारों और मंदिरों तक सीमित रहती थी, वहीं इस बार **सरकारी स्कूल भी दीपोत्सव की जगमग रोशनी में नहाएंगे।** प्रदेश के सभी स्कूलों में पहली बार दीपावली पर विशेष सजावट और रंग-बिरंगी लाइटिंग की जाएगी।सरकार ने पहली बार ऐसा फैसला किया हे जिसकी हर जगह चर्चा हो रही हे ,

माध्यमिक शिक्षा निदेशक  सीताराम जाट** ने इसके लिए आदेश जारी किए हैं, जिसमें साफ कहा गया है कि दीपोत्सव के सभी दिनों में स्कूलों की इमारतें **18 अक्टूबर से दीपावली तक रोशनी से जगमगानी चाहिए।** इससे पहले 17 अक्टूबर तक स्कूलों में सफाई, रंग-रोगन और सजावट का अभियान चलेगा।

 *पहली बार सरकारी आदेश से दीपोत्सव में स्कूल भी शामिल 

अब तक दीपावली पर सरकारी स्कूलों में कोई विशेष आयोजन नहीं होता था, लेकिन इस बार सरकार ने इसे एक **सांस्कृतिक उत्सव** के रूप में मनाने का फैसला किया है। इससे विद्यार्थियों में उत्साह बढ़ेगा और स्कूलों की सुंदरता भी निखरेगी। आदेश जारी होते ही शिक्षकों और विद्यार्थियों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है।

 *बिना अतिरिक्त बजट के सजेंगे स्कूल 

इस पूरे काम के लिए सरकार ने कोई अतिरिक्त बजट नहीं दिया है।

* सीनियर सेकेंडरी स्कूल **स्टूडेंट्स फंड** की राशि का उपयोग करेंगे।

* प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूल **समसा के बजट** या बैंक में जमा राशि के ब्याज से सजावट कर सकेंगे।

* सामाजिक संस्थाओं से भी सहयोग लिया जा सकता है।

 स्थानीय कलाकारों को भी मिलेगा रोजगार का अवसर**

आदेश में यह भी साफ कहा गया है कि **पेंटिंग और सजावट का काम स्थानीय चित्रकारों से ही करवाया जाए।** इससे न सिर्फ स्कूल सुंदर बनेंगे बल्कि स्थानीय कलाकारों को भी दीपावली से पहले काम और आय का अवसर मिलेगा।

 एकरूपता के लिए तय किए गए रंग और सजावट के मानक 

प्रदेश भर में सभी स्कूलों के लिए रंग और सजावट के मानक भी तय कर दिए गए हैं —

* सैकंडरी और सीनियर सैकंडरी स्कूलों के लिए एक जैसा रंग।

* प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों के लिए अलग रंग योजना।

* केवल विभाग द्वारा तय रंगों का ही उपयोग होगा।

 काम की निगरानी और रिपोर्टिंग भी होगी अनिवार्य**

हर स्कूल के प्रिंसिपल को रोजाना अपने उच्चाधिकारियों को काम की प्रगति रिपोर्ट देनी होगी।

* सजावट शुरू होने से पहले और बाद में **स्कूल की फोटो और वीडियो बनाना अनिवार्य होगा।**

* रिपोर्ट में साफ दिखना चाहिए कि पहले स्कूल कैसा था और दीपोत्सव की सजावट के बाद कैसे जगमगा रहा है।

 विद्यार्थियों में उत्साह, अभिभावकों में खुशी 

सरकारी आदेश सामने आने के बाद शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों में खुशी की लहर है।  दीपावली के अवसर पर सरकारी स्कूलों में इस तरह का उत्सव पहली बार देखने को मिलेगा, जिससे **विद्यालय शिक्षा के साथ सांस्कृतिक पहचान का भी केंद्र बनेंगे।**


  इस दीपावली सरकारी स्कूलों में भी छाएगी रोशनी की रंगीन छटा  शिक्षा के मंदिरों में गूंजेगी उत्सव की नई कहानी।




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