ब्यावर में नाइट्रोजन गैस का रिसाव: फैक्टरी मालिक समेत 3 की मौत, 60 से ज्यादा भर्ती, प्रशासन ने खाली करवाए घर, जांच जारी, फैक्ट्री सील

ब्यावर जिले के बाड़िया क्षेत्र स्थित सुनील ट्रेडिंग कंपनी में सोमवार रात करीब 10 बजे हुई। फैक्टरी के गोदाम में खड़े टैंकर से अचानक नाइट्रोजन गैस का रिसाव शुरू हो गया। रिसाव इतनी तेजी से हुआ कि कुछ ही सेकंड में गैस आसपास के रिहायशी इलाकों तक फैल गई। गैस की चपेट में आने से स्थानीय लोगों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और उल्टी जैसी समस्याएं होने लगीं।
फैक्टरी मालिक सुनील सिंघल पूरी रात गैस को नियंत्रित करने की कोशिश में लगे रहे। स्थिति बिगड़ने पर उन्हें अजमेर के जेएलएन अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मंगलवार सुबह दो अन्य पीड़ित, नरेंद्र सोलंकी (40) और दयाराम (52) ने भी दम तोड़ दिया। इस हादसे में गंभीर रूप से बीमार दो अन्य मरीज, बाबूलाल (54) और लक्ष्मी देवी (62), अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं।हादसे से प्रभावित 60 से अधिक लोगों को ब्यावर और अजमेर के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। गैस का प्रभाव इतना गंभीर था कि आसपास के इलाकों में कई पालतू और आवारा जानवरों की भी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं। रात करीब 11 बजे तक गैस लीकेज पर काबू पा लिया गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने फैक्टरी के आसपास के घरों को खाली करवा दिया। स्थानीय निवासी महेंद्र सिंघल ने बताया कि गैस रिसाव के दौरान उनके परिवार को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन होने लगी, जिसके बाद उन्होंने खुद ही घर छोड़ने का फैसला किया। वहीं, कई अन्य परिवारों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर भेजा।
घटना के बाद अजमेर के कलेक्टर डॉ. महेंद्र खड़गावत ने फैक्टरी को सील करने के आदेश दिए हैं। ब्यावर एसडीएम दिव्यांश सिंह ने बताया कि फैक्ट्री की गहन जांच की जा रही है। नगर परिषद, राजस्व और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा पूरे क्षेत्र का सर्वे किया जाएगा। प्रशासन ने इस हादसे को गंभीर मानते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है। स्थानीय लोगों में अब भी दहशत बनी हुई है और वे अपने घरों में लौटने से डर रहे हैं। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि गैस रिसाव किस वजह से हुआ और क्या फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा था। यह हादसा एक बड़ी लापरवाही की ओर इशारा करता है, जिससे कई लोगों की जान चली गई और कई लोग प्रभावित हुए। प्रशासन की जांच रिपोर्ट से ही यह स्पष्ट होगा कि इस दुर्घटना के लिए कौन जिम्मेदार है और आगे क्या कार्रवाई होगी।