राजस्थान में आज फिर जोरों से बजेंगे सायरन… छा जाएगा अंधेरा, घायलों को बचाने के लिए होगी भागदौड़

जयपुर। राजस्थान सहित चार राज्यों व दो केन्द्र शासित प्रदेशों में ऑपरेशन शील्ड के तहत शनिवार शाम मॉक ड्रिल व ब्लैक आउट किया जाएगा। जिसमें युद्धक विमान व ड्रोन हमलों से पहले सायरन की गूंज, ब्लैकआउट, घायलों को बचाने के लिए भागदौड़ करते स्वयंसेवक व मेडिकल टीम और सेना की तैनाती का अभ्यास (मॉक ड्रिल) एक बार को फिर होगा।
सभी जिलों से मॉक ड्रिल अभ्यास की रिपोर्ट ली जाएगी। इसके आधार पर अभ्यास की तैयारियों का परीक्षण किया जाएगा, जिससे युद्ध की स्थिति में किसी कमजोरी का सामना नहीं करना पड़े। प्रदेश में संभागीय आयुक्तों-कलक्टरों को शुक्रवार को दिशा-निर्देश दिए गए। गौरतलब है कि युद्ध की इन आपात परिस्थितियों को लेकर 7 मई को मॉक ड्रिल हुई थी, लेकिन उसमें तैयारियों में कमजोरी सामने आई थी।
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने अधिकारियों निर्देश दिए है कि मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट के समय और स्थान को पूरी तरह से गोपनीय रखें। मॉक ड्रिल के दौरान रिस्पॉन्स टाइम को बेतहर करने पर ध्यान दिया जाए। सभी सायरन की जांच करने के आदेश दिए, जिससे कोई कमी न रहे।
ऑपरेशन शील्ड के तहत जयपुर जिले के एक स्थान विशेष पर मॉक ड्रिल व ब्लैक आउट का पूर्वाभ्यास किया जाएगा। जहां मॉक ड्रिल होगी, वहीं पर ब्लैक आउट प्रभावी रहेगा। अन्य क्षेत्रों में सामान्य स्थिति रहेगी। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने लोगों से घरों, प्रतिष्ठानों, कार्यालयों वाहनों की लाइट बंद कर ब्लैक आउट में सहयोग करने की अपील की है।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (दक्षिण) संतोष मीणा ने बताया कि गृह मंत्रालय के निर्देश पर द्वितीय सिविल डिफेन्स अभ्यास (ऑपरेशन शील्ड) के तहत ड्रोन हवाई हमले के समय राहत एवं बचाव के लिए मॉक ड्रिल होगा। जिस स्थान विशेष पर मॉक ड्रिल का आयोजन होगा, उसी स्थान पर सायरन सुने जाने तक के परिधि क्षेत्र में रात्रि में ब्लैक आउट किया जाएगा। उस क्षेत्र में रात के समय सायरन बजा कर लोगों को ब्लैक आउट की सूचना दी जाएगी।
ऐसे होगा अभ्यास…
-घायलों को बचाने के लिए सिविल डिफेंस वार्डन, स्थानीय प्रशासन, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट्स-गाइड्स सहित अन्य स्वयंसेवकों की भागदौड़।
-दुश्मन के हवाई हमलों (विमान, ड्रोन व मिसाइल) पर जवाबी कार्रवाई।
-सायरनों का परीक्षण।
-चिन्हित अति संवेदनशील क्षेत्रों में करीब 15 मिनट तक पूर्ण ब्लैकआउट, अतिआवश्यक सेवाएं मुक्त रहेंगी।
-सैन्य क्षेत्र पर ड्रोन हमला नाकाम करने का अभ्यास।
-स्थानीय प्रशासन 20 घायलों को तत्काल सुरक्षित स्थान पर ले जाएगा।
-बड़ी संख्या में अस्पतालों में घायल पहुंचेंगे और वहां रक्त की उपलब्धता देखी जाएगी।
-सीमा क्षेत्र में गृह रक्षक दलों की सेना के साथ त्वरित तैनाती।