अमित शाह और दोभाल ने बनाई रणनीति: जम्मू से फिर होगा आतंक का सफाया, अपनाया जाएगा घाटी वाला मॉडल

Update: 2024-06-16 17:26 GMT

नई दिल्ली। कश्मीर घाटी के मॉडल पर जम्मू में भी आतंकवाद का सफाया होगा। गृह मंत्रालय में हुई उच्च स्तरीय बैठक में गृहमंत्री अमित शाह ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को एरिया डॉमिनेशन प्लान और जीरो टेरर प्लान के माध्यम से कश्मीर घाटी में हासिल की गई सफलताओं को जम्मू में भी दोहराने का निर्देश दिया।


शाह ने साफ किया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक दौर में है और अब यह एक संगठित बड़ी आतंकी हिंसक घटनाओं से सिमट कर छद्म लड़ाई तक सिमट गया है। लेकिन इसे समूल उखाड़ फेंकना होगा और इसके लिए सभी सुरक्षा एजेंसियों को समन्वय के साथ काम करना होगा।

बैठक में शाह के साथ ही एनएसए अजीत डोभाल, रा के प्रमुख रवि सिन्हा, आइबी प्रमुख तपन डेका, सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडेय, नामित सेनाध्यक्ष लेफ्टनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जम्मू और कश्मीर दोनों भागों के कोर कमांडर समेत केंद्र व राज्य के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।


लगभग साढ़े चार घंटे तक चली बैठक में अमित शाह ने जम्मू इलाके में आतंकवाद को समूल नष्ट करने की रणनीति बनाने के साथ-साथ 29 जून से शुरू होने जा रही अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा तैयारियों की भी समीक्षा की। शाह ने साफ कर दिया कि मोदी 3.0 में भी आतंकवाद के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति कायम रहेगी और सरकार आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।

इनोवेटिव तरीका अपनाने पर जोर

सभी एजेंसियों की तरह से दिये गए प्रजेंटेशन के बाद शाह ने आतंकियों के खिलाफ पुराने तरीके से कार्रवाई के बजाय इनोवेटिव तरीका अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इनोवेटिव तरीकों से आतंकियों पर कार्रवाई कर एक मिसाल बनाने के लिए कटिबद्ध है।

इसके लिए शाह ने सभी एजेंसियों को मिशन मोड में काम करने को कहा और समन्वित तरीके से आतंकियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने पर बल दिया। 

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