भीलवाड़ा हलचल:। जिले में शुक्रवार को पति-पत्नी के स्नेह और समर्पण का प्रतीक **करवा चौथ** बड़े उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इस साल पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:16 बजे से 6:29 बजे तक रहेगा। पर्व को लेकर गुरुवार की पूर्व संध्या से ही शहर के बाजारों में खरीदारी का जोर देखने को मिला।
बाजारों में उमड़ी भारी भीड़
शहर के प्रमुख बाजार **आजाद चौक, नेताजी सुभाष मार्केट, गोल प्याऊ और बड़ा मंदिर** सहित अन्य जगहों पर महिलाओं ने व्रत से जुड़ी सामग्री की खरीदारी में जुटी रहीं।
* मेहंदी लगाने वालों की कतारें लंबी रहीं।
* कई महिलाओं को पर्ची लेकर घंटों इंतजार करना पड़ा।
* शाम के समय पैदल चलने वालों को भीड़ के कारण कठिनाई का सामना करना पड़ा।
ब्यूटी पार्लर में धूम
करवा चौथ के अवसर पर शहर के ब्यूटी पार्लरों में दिनभर महिलाओं की भीड़ रही।
* पार्लरों ने विशेष मेकअप और शृंगार पैकेज तैयार किए।
* कई महिलाओं ने एडवांस बुकिंग कर रखी थी।
* थ्री-डी, अरेबियन, जयपुरी और मारवाड़ी मेहंदी डिज़ाइन की विशेष मांग रही।
*साड़ी और कास्मेटिक्स की दुकानों में रौनक**
* दुकानों पर सुबह से ही भारी भीड़ रही।
* दुकानदारों ने हल्की रेंज और स्पेशल साड़ियां उपलब्ध कराईं।
* कास्मेटिक्स और शृंगार की सामग्री के आकर्षक गिफ्ट पैक तैयार किए गए।
मिठाई, मठरी और फल की खरीदारी**
* सरगी की थाली के लिए मिठाई, मठरी और फैनी की देर रात तक खरीदारी जारी रही।
* रसगुल्ले, काजू कतली और फीकी मठरी की सबसे अधिक मांग रही।
* मंडी में फलों और ड्राईफ्रूट की बिक्री भी जोरों पर रही।
रेस्टोरेंट और होटल की तैयारी
* व्रत खोलने के बाद अधिकांश लोग बाहर खाना पसंद करते हैं।
* रेस्टोरेंट और होटलों ने विशेष रेसिपी तैयार की।
* एडवांस टेबल और खाने की बुकिंग की गई, ताकि पर्व के दिन परेशानी न हो।
पूजा की विधि
1. सुबह स्नान के बाद हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प लें।
2. मिट्टी के बर्तन में वेदी बनाकर शिव परिवार की स्थापना करें।
3. थाली में धूप, दीप, चंदन, रोली और सिंदूर रखें और घी के दीये जलाएं।
4. चांद निकलने से पहले पूजा की तैयारी करें।
5. चंद्रमा को छलनी से देखकर अर्घ्य दें।
6. पति के हाथ से जल पीकर व्रत खोलें।
7. इस अवसर पर करवा चौथ कथा सुनना या सुनाना आवश्यक है।
उपहार देने का चलन बढ़ा
* पतियों द्वारा पत्नियों को उपहार देने का चलन बढ़ा है।
* बाजार में मिट्टी और चीनी के करवे, पूजा की थाली, चलनी, लोटा और चौथ माता का पाना आदि की बिक्री जोर-शोर से हुई।
* ठेले पर चार-पांच दिनों से बिक्री जारी थी और पर्व नजदीक आते ही तेज हो गई।
कुल मिलाकर , भीलवाड़ा में करवा चौथ का उत्साह चरम पर है। शहर के बाजार, ब्यूटी पार्लर, मिठाई की दुकानें, साड़ी और कास्मेटिक्स शोरूम, रेस्टोरेंट और होटल सभी जगह महिलाओं और परिवारों का जोश देखने लायक है। यह पर्व पति-पत्नी के प्रेम और समर्पण को यादगार बनाने का अवसर बन गया है।
