भादू में तीन घंटे हंगामा-: मंदिर के पास दफनाना चाहते थे शव, विरोध में उतरे ग्रामीण, समझाइश के बाद शांत हुआ मामला
भीलवाड़ा (बीएचएन)। जिले के मांडल थाना क्षेत्र के भादू गांव में रविवार को उस समय माहौल गरमा गया जब एक बुजुर्ग महिला के शव को लोडी भादू स्थित शिव मंदिर के पास दफनाने का प्रयास किया गया। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया, जिससे मौके पर करीब तीन घंटे तक हंगामा मचा रहा। बाद में प्रशासन की समझाइश और अन्य स्थान आवंटित करने के बाद मामला शांत हो सका।
शव दफनाने पहुंचे परिजनों का ग्रामीणों ने किया विरोध
मांडल थाना प्रभारी रविंद्र सिंह ने बताया कि भादू गांव की बुजुर्ग महिला चांदी देवी योगी का शनिवार रात निधन हो गया था। रविवार सुबह परिजन और समाजजन अंतिम यात्रा लेकर लोडी भादू स्थित शिव मंदिर के पास शव दफनाने पहुंचे। ग्रामीणों को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, वे बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए और अंतिम संस्कार रोक दिया।
प्रशासन ने संभाला मोर्चा, तीन घंटे बाद हुआ समाधान
सूचना पर डीएसपी मांडल, एसडीएम, तहसीलदार और थाना प्रभारी पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने दोनों पक्षों से बातचीत कर स्थिति को शांत करने की कोशिश की। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद प्रशासन ने गांव में अन्य स्थान की शव दफनाने के लिए मंजूरी दी, जिसके बाद हंगामा शांत हुआ और शव को नव आवंटित स्थान पर दफनाया गया।
ये थी विरोध की वजह
थाना प्रभारी ने बताया कि चांदी देवी के पति को भी पूर्व में इसी विवादित स्थान के पास दफनाया गया था, इसलिए परिजन उसी स्थान पर अंतिम संस्कार करना चाहते थे। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि शिव मंदिर के पास मेला लगता है और धार्मिक आयोजन होते हैं। यदि वहां शव लगातार दफनाए जाने लगे तो यह जगह श्मशान भूमि में तब्दील हो जाएगी, जिससे धार्मिक आस्था आहत होगी।
गांव में अब शांति
प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद स्थिति सामान्य हो गई है। हालांकि, यह विवाद गांव में चर्चा का प्रमुख विषय बना हुआ है।
