बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान ,कई जगह EVM खराब ,दांव पर बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए आज यानी 11 नवंबर को मतदान हो रहा है। इस चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरू हुई, जो शाम 6 बजे तक चलेगी। पहले चरण की 121 सीटों पर 6 नवंबर को मतदान संपन्न हुआ था।बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के अंतिम चरण की वोटिंग को लेकर मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। किशनगंज समेत 5 जिलों में 6 बूथों पर EVM खराब होने की वजह से वोटिंग देर से शुरू हुई।
जमुई के चकाई में बूथ 334 पर EVM खराब होने के कारण अभी तक मतदान शुरू नहीं हुआ है। पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने कहा, जानबूझकर EVM में खराबी की बात कही जा रही है। ताकि वोट चोरी हो सके।
बिहार चुनाव में EVM और VVPAT मशीनों की खराबी से कई जगह मतदान में देरी
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान कई जगहों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और वीवीपैट (VVPAT) मशीनों में तकनीकी खराबी के कारण मतदान प्रक्रिया प्रभावित हुई।
* **बांका, कटोरिया (बूथ 76):** EVM खराब होने के कारण अभी तक मतदान शुरू नहीं हो सका।
* **किशनगंज (बूथ 299):** EVM खराब होने से मतदान में 45 मिनट की देरी हुई।
* **औरंगाबाद, ओबरा (दाउदनगर बूथ):** EVM में खराबी के कारण मतदान 40 मिनट बाद शुरू हुआ।
* **जुमई, चकाई (बूथ 301):** VVPAT मशीन में गड़बड़ी के चलते मतदान 40 मिनट लेट हुआ।
* **रक्सौल:** नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई गई है और सख्त चेकिंग की जा रही है।
चुनाव आयोग ने कहा है कि तकनीकी समस्याओं को जल्द ठीक किया जा रहा है और मतदाता शांतिपूर्ण ढंग से अपने मतदान अधिकार का प्रयोग कर सकते हैं।
वोटिंग की झलकियां
समय से पहले पहुंचे
सीतामढ़ी
राज्य के डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि दूसरे चरण में सुरक्षा व्यवस्था पहले से अधिक सख्त की गई है। इस चरण के कई जिले अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाओं से सटे हुए हैं। सात जिले नेपाल सीमा से जुड़े हैं, जिनमें विशेष सतर्कता बरती जा रही है। चुनाव आयोग के निर्देश पर 1650 कंपनियां केंद्रीय सुरक्षाबलों की तैनात की गई हैं और हर मतदान केंद्र पर लाइव वेबकास्टिंग की जा रही है ताकि सुरक्षा और पारदर्शिता बनी रहे।
**दूसरे चरण में दांव पर बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा**
दूसरे चरण की 122 सीटों पर कुल 1302 प्रत्याशी मैदान में हैं। इस चरण में नीतीश सरकार के कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। इनमें सुपौल से ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, चकाई से सुमित कुमार सिंह, झंझारपुर से नीतीश मिश्रा, अमरपुर से जयंत राज, छातापुर से नीरज कुमार बबलू, बेतिया से रेणु देवी, धमदाहा से लेशी सिंह, हरसिद्धि से कृष्णानंदन पासवान और चैनपुर से जमा खान जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार अब तक मतदान शांतिपूर्ण ढंग से जारी है। मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। कई जगहों पर महिलाएं और युवा बड़ी संख्या में वोट डालने पहुंचे।
इस चरण के परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। माना जा रहा है कि यह चरण चुनाव की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगा क्योंकि इसमें सीमांचल, कोसी और मिथिलांचल जैसे राजनीतिक रूप से निर्णायक इलाके शामिल हैं।
पूर्णिया के सिपाही टोला जगदंब स्कूल बूथ नंबर 23 पर डिसेबल युवती पूजा सिन्हा नाम को वोटिंग से रोका गया। पिता एडवोकेट अजय कुमार सिंहा ने कहा, उंगली पर इंक लगा दिया गया, लेकिन वोट डालने के लिए मां से साथ जाने नहीं दिया गया।
जमुई से बीजेपी विधायक श्रेयसी सिंह और पवन सिंह की पत्नी और काराकाट से निर्दलीय प्रत्याशी ज्योति सिंह ने मतदान किया है।
बिहार वोटिंग
20 जिलों की 122 सीटों पर मतदान:किशनगंज में EVM खराब, 45 मिनट बाद शुरू हुई वोटिंग; महिलाओं की लंबी कतार
