युवा, देश का भविष्य, युवाओं को तंबाकू सेवन के खतरे से आगाह करना बेहद जरूरी-सीएमएचओ डॉ गोस्वामी

By :  vijay
Update: 2024-10-01 11:59 GMT

भीलवाडा,। प्रदेश में टोबैको फ्री यूथ कैंपेन 2.0 का शुभारंभ किया जा रहा है। यह अभियान 60 दिनों तक चलेगा। इस दौरान आम लोगों को तंबाकू सेवन के खतरे, खासकर युवा और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। जिले के शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त बनाने को लेकर केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन कर कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। मंगलवार को जिले के दो निजी स्कूलों में प्रचार प्रसार सामग्री का वितरण कर तम्बाकू उत्पादों के सेवन से होने वाले रोगों व इसके दुष्प्रभावों की जानकारी विद्यार्थियों को दी।

राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत सरकार द्वारा संचालित 60 दिवसीय टोबैको फ्री यूथ कैम्पेन 2.0 के तहत मंगलवार को ब्लॉक सहाड़ा में ब्लॉक कार्यक्रम अधिकारी कुलदीप शर्मा ने अमित बोलिया एबं सोमिला इंटरनेशनल दो निजी स्कूलों में तम्बाकू उत्पादों के सेवन से होने वाले रोगों व इसके दुष्प्रभावों की जानकारी देकर कोटपा एक्ट की जानकारी स्कूली विद्यार्थियों को दी। इस दौरान स्कूली विद्यार्थियों के बीच प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। प्रतियोगिता में विजेता छात्रों को पुरस्कार स्वरूप लंच बॉक्स प्रदान किये गए।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 चेतेन्द्र पुरी गोस्वामी ने अभियान को लेकर बताया कि तम्बाकू सेवन देश की सबसे तेजी से बढती स्वास्थ्य समस्या बनती जा रही हैं। हर साल भारत में तम्बाकू सेवन से होने वाले रोगों से 15 लाख से अधिक मौतें हो रही है। युवाओं को तंबाकू की लत को छोड़ने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है और हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम इस अभियान के माध्यम से युवाओं को तंबाकू उपयोग न करने और इसके दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देकर तंबाकू मुक्त प्रदेश बनाने में अपनी भूमिका निभाएं। बढ़ी संख्या में युवा तंबाकू उत्पादों के प्रति आकर्षित हो रहे हैं और इसके सेवन से कैंसर और अन्य गंभीर बीमारी होने का खतरा रहता है।

सीएमएचओ डॉ0 गोस्वामी ने बताया कि राज्य सरकार तंबाकू उत्पादों के दुष्प्रभाव के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है। इस कड़ी में 26 सितम्बर से प्रदेश में टोबैको फ्री यूथ कैंपेन 2.0 को शुरू किया गया है। यह अभियान 60 दिनों तक चलेगा। अभियान के दौरान तंबाकू मुक्त संस्थान के लिए प्रयासों में तेजी लाकर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निर्धारित 9 मापदंड़ों के अनुसार कार्यवाही पूरी करते हुए तम्बाकू उत्पादों के दुष्प्रभावों के संबंध में जन-जागृति, तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान, तम्बाकू मुक्त ग्राम, तम्बाकू नियंत्रण नियंत्रण अधिनियमों की पालना तथा सोशल मीडिया के द्वारा जन जागरूकता फैलाने संबंधी गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा।

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