राजा दशरथ का मरण, अयोध्या में छाया शोक, दर्शकों की आंखे हुई नम

Update: 2024-10-11 10:48 GMT

भीलवाड़ा। श्री रामलीला कमेटी की ओर से आजाद चौक में रामलीला मंचन के आठवें दिन राजा दशरथ के मरण से अयोध्या में शोक छा गया। मंचन में मुख्य रूप से भरत का राम को मनाने जाना, राम को केवट का गंगा पार पहुंचाना, सुमंत का अयोध्या लौटना, दशरथ महल में सुमंत दशरथ वार्ता, दशरथ का राम के वियोग में विलाप, दशरथ को देव शांतनु और ज्ञानवती के श्राप की याद आना, दशरथ मरण, गुरु वशिष्ठ का भरत व शत्रुघ्न को ननिहाल से बुलाना, भरत- केकई संवाद, कौशल्या - केकई संवाद, भरत का रानियों सहित राम को मनाने जाना, निषाद राज-भरत मिलन, चित्रकूट में लक्ष्मण प्रति प्रकोप, राम -भरत मिलन, लक्ष्मण का भरत से क्षमा मांगना, भरत का राम को अयोध्या ले जाने के लिए मनाना , राम- लक्ष्मण,भरत -शत्रुघ्न का अपने पिता को श्रद्धांजलि देना, भरत का चरण पादुका लेकर नंदीग्राम पहुंचना, चरण पादुकाओं को सिंहासन पर विराजमान करना आदि दृश्य को देखकर दर्शक भाव विभोर हो गए।

मंचन में इन्होंने निभाए किरदार

केवट का अभिनय अशोक शर्मा, निषादराज दौलत सिंह, भरत गंगाराम पारीक, शत्रुघ्न पार्थ सेन, राम दीपक सोनी, लक्ष्मण गौरव सिंह, सीता माया पारीक, वशिष्ठ घनश्याम छिपा, वास सुशील जोशी, नगरवासी रमेश कसारा, शुभम पारीक बने। मंचन व्यवस्था देवेंद्र सिंह, राहुल सिंह, स्टोर इंचार्ज गोपाल कसारा, जयप्रकाश खोईवाल ने संभाली।

इन अतिथियों ने की आरती

मुख्य अतिथि, महंत श्यामसुंदर दास, सुमंगल सेवा संस्थान से शिव नुवाल, विजय लक्ष्मी समदानी, अमित काबरा, अंकित तोषनीवाल, श्यामसुंदर जाजू, सुनीता जाजू, कवि ओम तिवाडी़, आरती तोषनीवाल, पदमा तोषनीवाल आदि अतिथियों का अध्यक्ष पंडित गोविंद व्यास, अशोक पोखरना, भैरूलाल सेन, मोहन चौधरी, मंजू पाराशर, आदि ने दुपट्टा पहनाकर स्वागत एवं अभिनंदन किया। आगामी मंचन में सीता हरण, बाली वध, रावण सीता संवाद, हनुमान रावण संवाद, रामेश्वरम स्थापना, अंगद-रावण संवाद, लक्ष्मण मूर्छा, कुंभकरण-मेघनाथ युद्ध, अहिरावण वघ, रावण वध, भगवान श्री राम का राज्याभिषेक आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। 

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