सड़क व बोरवेल दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए मिलकर प्रयास करें-मुख्य सचिव
मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत ने कहा कि सभी अधिकारी को जनसेवा का अवसर मिला हैं तो सभी का दायित्व बनता है कि पूर्ण निष्ठा के साथ जनहित के कार्यों को प्राथमिकता से करे और कर्मयोगी बने। मुख्य सचिव श्री पंत शुक्रवार की शाम वीसी के जरिए प्रदेश में घटित हो रही सड़क दुर्घटनाओं और बोरवेल दुर्घटनाओं के संबंध में प्रदेश के संभाग व जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह एक ज्वलंत समस्या है और मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए इस पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी प्रयास करने पर जोर दिया है।
उन्होंने कहा कि इन दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन के साथ पुलिस, परिवहन, मेडिकल, निर्माण, विद्युत, पीएचईडी एनएचएआई आदि संबंधित विभागों को समन्वय और मुस्तैदी के साथ कार्य करना होगा। वहीं जनजागरुकता के लिए भी प्रभावी प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से चर्चा करते हुए सड़कों पर बने अवैध कट बंद करने, अतिक्रमण हटाने, गांवों में जीवन रक्षा मित्र बनाने, सड़कों पर जानवरों की रोकथाम के लिए कार्यवाही करने, वाहनों की फिटनेस, हेलमेट व सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य, ओवरलोडिंग व गलत दिशा से आने वाले वाहनचालकों पर कार्यवाही करने, सड़कों की नियमित जांच और दुर्घटनाओं का विश्लेषण, सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान को प्रभावी बनाने, वाहनों पर रिफ्लेक्टिव टैप लगाने, सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में लोगों को जागरूक करने, यातायात कानूनों की सख्ती से पालना करवाने, दुर्घटना पीड़ितों को त्वरित चिकित्सा सुविधा, लोगों को सड़क सुरक्षा अभियानों में शामिल करने के संबंध में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने बोरवेल दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में बोरवेल को ढक कर रखने, बोरवेल के आसपास सुरक्षा के इंतजाम रखने, ग्रामीणों को जागरूक करने आदि के बारे में भी निर्देशित किया।