जिला एवं सत्र न्यायाधीश अभय जैन ने किया उपकारागार का निरीक्षण

Update: 2025-10-10 08:48 GMT

 शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी.जिला एवं सत्र न्यायाधीश अभय जैन ने शुक्रवार को उपकारागार शाहपुरा का औचक निरीक्षण कर जेल प्रशासन की व्यवस्थाओं का विस्तृत जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कारागार परिसर का भ्रमण करते हुए सुरक्षा व्यवस्था, बंदियों की दिनचर्या तथा मूलभूत सुविधाओं की स्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया।

न्यायाधीश जैन ने बंदियों की बैरक, पुस्तकालय, रसोईघर, और रसद सामग्री भंडारण कक्ष का निरीक्षण कर उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, पानी की व्यवस्था तथा स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान न्यायाधीश ने कहा कि कारागार केवल दंड देने का स्थान नहीं, बल्कि सुधार का केंद्र होना चाहिए, जहां बंदी अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने की प्रेरणा प्राप्त करें।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने बंदियों से प्रत्यक्ष संवाद करते हुए उनकी समस्याओं की जानकारी ली। इस अवसर पर उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से मिलने वाली निःशुल्क कानूनी सहायता की जानकारी भी बंदियों को दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बंदी को न्याय प्राप्त करने का समान अधिकार है और जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं, उन्हें विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से कानूनी सहयोग उपलब्ध कराया जाता है।

न्यायाधीश जैन ने जेल अधीक्षक प्रहलाद गुर्जर को निर्देश दिए कि कारागार में बंदियों के स्वास्थ्य और स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कारागार परिसर में स्वच्छ पेयजल, साफ-सुथरे शौचालय, तथा नियमित चिकित्सा जांच की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने बंदियों के मानवाधिकारों के संरक्षण पर विशेष बल देते हुए कहा कि उनके साथ किसी भी प्रकार का अमानवीय व्यवहार नहीं होना चाहिए।

निरीक्षण के दौरान न्यायाधीश ने कहा कि पढ़ाई और पुस्तकों के माध्यम से बंदियों को आत्म-सुधार और समाज में पुनः स्थापित होने की दिशा में प्रेरित किया जा सकता है। उन्होंने जेल प्रशासन से आग्रह किया कि अधिक से अधिक पुस्तकों की व्यवस्था की जाए और बंदियों को शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

जेल अधीक्षक प्रहलाद गुर्जर ने न्यायाधीश को कारागार में चल रही व्यवस्थाओं और सुधारात्मक पहलों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बंदियों के लिए समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर, योग सत्र और परामर्श कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं ताकि वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें।

निरीक्षण के अंत में जिला एवं सत्र न्यायाधीश अभय जैन ने जेल प्रशासन के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि सुधार की दिशा में किए जा रहे प्रयास प्रशंसनीय हैं। उन्होंने यह भी कहा कि न्याय व्यवस्था का उद्देश्य केवल सजा देना नहीं, बल्कि प्रत्येक व्यक्ति को सुधार और समाज की मुख्यधारा में पुनः जोड़ने का अवसर प्रदान करना है।

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