’’हर बच्चा एक कलाकार होता है, समस्या यह है कि वह बड़ा होने पर कलाकार कैसे बना रहे।’’ -पाब्लो पिकासो

Update: 2025-11-13 13:17 GMT

 भीलवाड़ा BHLबालसुलभ चित्रण का अपना ही एक आकर्षण है। अपना सुंदर वातावरण। बच्चों के संसार में पहुंचते ही मन प्रसन्न हो जाता है। जहां उनके रंग, उनके दोस्त, नायक नायिका,कैसे कलाकृतियां में प्रदर्शित होते हैं।बाल कलाकारों कला प्रेमियों की एक बड़ी उपस्थिति आनंदित करती है। बालसुलभ चित्रण के साथ बोल्ड स्ट्रोक्स की संगति में, रंगों की विनम्र, रोशन छटाएं ,संवेदनशील रेखाएं, उनकी अभिव्यक्ति है। अपने अंदर की प्रतिभा को पहचानो। हर इंसान के अंदर कोई न कोई प्रतिभा होती है। बाल कलाकार भूवि केशवानी प्रतिभा को देख कर चित्रकार कैलाश पालियां ने अपने हुनर से इस प्रतिभा निखारने के लिए मार्गदर्शन देना शुरू किया।

बालसुलभ भावसंवेगों, अभिरुचि-सुरुचि, कौतुहल और जिज्ञासा के पोषण पल्लवन के लिए यह बहुत आवश्यक है कि रचनात्मकता के केंद्र में बालपन और बालमन की आशाओं-आकांक्षाओं, आवश्यकताओं और संभावनाओं को प्राथमिकता के साथ स्थान और महत्त्व मार्गदर्शन मिले।

चित्रकार कैलाश पालियां ने कहा कि ’’बच्चे प्रकृति के नजदीक होते हैं। इसलिए प्रकृति के जितने भी गुण-रंग इत्यादि होते हैं। वे सब उन्हें मिलने चाहिए। उनके विषय भाव और भावनात्मक रूपों चित्रित करते हैं। उन्होंने स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराना ही महत्वपूर्ण है।’’

भूवि केशवानी अपने मनमोहक किरदारों और कोमल रंगों के साथ, वह हर कहानी में एक अलग भावनात्मक रंग भर देती हैं। चाहे वह बिल्लियों का चंचल आकर्षण हो, हाथी, तितलियां, मछलियां का चित्रण उनके अनोखी दोस्ती को पारंपरिक मिश्रण के साथ बाल सुलभ चित्रण सीधे सभी को दिलों को छूता है। कला की दुनिया में ऐसे कई कलाकार होते हैं जो अपनी मेहनत और समर्पण के बल पर न केवल अपनी पहचान बनाते हैं साथ ही अपने परिवार नाम भी रोशन करते हैं।

ऐसे ही 10 वर्षीय बाल कलाकार भूवि केशवानी भीलवाड़ा द्वारा जल रंग, रेखा चित्र एवं मिश्रित माध्यम से बनी कलाकृतियों में बाल मन की रंगीन कलाकृतियों को देख अचंभित हो जाते हैं। भूवि द्वारा प्रकृति, ग्रामीण जीवन, रंगीन चिड़ियाओं, मछलियां, हाथी, तितलियां, बिल्लियों का अपना स्वप्ननिल संसार रचती है। भूवि केशवानी की बाल सुलभ चित्रों की प्रदर्शनी होना महत्वपूर्ण है। इनकी कला अधिक जादुई दृश्य अनुभूतियों के लिए है।

अपनी विशिष्ट गोलाकार आकृतियों के साथ, वह बड़ी, चमकदार आँखों वाले मिलनसार, सहज चरित्र बनाती हैं। जिसमें रंगों रेखाओं मधुर संयोजन से सभी को तुरंत आकर्षित करते हैं। आप यह भी महसूस कर सकते हैं कि कैसे उनके नरम रंग के चुनाव उनके काम में एक शांत ऊर्जा भर देते हैं। एक सौम्य यात्रा पर आमंत्रित करती है। जो अधिक जादुई दृश्य अनुभूतियों के साथ अपनी दुनिया की सैर कराती है।

भूमि केशवानी की कृतिया नकल की बजाय मौलिक होती है। इसी प्रतिभा के कारण भूवी केशवानी को 10 वर्ष की उम्र में कई उपलब्धियां दिला दी है। भूवी को राजस्थान ललित कला अकादमी द्वारा राज्य कला मेघा पुरस्कार, राष्ट्रीय महिला प्रदर्शनी में ’’बेस्ट पेन्टिग’’ पुरस्कार, लिटिल पिकासो में ’’अन्तर्राष्ट्रीय रंग मल्हार’’, ’’राजस्थान दिवस’’ भीलवाड़ा महोत्सव आदि में कृतियों को श्रेष्ठ घोषित कर पुरस्कार प्रदान किये जा चुके है। इसके साथ-साथ भूवी, भाषण, नृत्य, पढ़ाई में भी अव्वल है।

Similar News