हरियाली अमावस्या पर धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़, पर्यटक स्थलों पर दिनभर रही रौनक
भीलवाड़ा। जिले में हरियाली अमावस्या का पर्व श्रद्धा, आस्था और प्रकृति प्रेम के साथ उत्साहपूर्वक मनाया गया। सोमवार को तड़के से ही धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी। हरनी महादेव, तिलस्वा महादेव, पटोला महादेव, मेनाल और अन्य प्रसिद्ध धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर भगवान शिव का जलाभिषेक किया और सुख-समृद्धि की कामना की।
हरनी महादेव मंदिर परिसर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। परिवारों के साथ आए भक्तों ने शिवलिंग पर जल चढ़ाया, बेलपत्र अर्पित किए और हरियाली गीतों के साथ पर्व को उल्लासपूर्वक मनाया। तिलस्वा महादेव मंदिर में भी भक्तों की भीड़ सुबह से देर शाम तक बनी रही। विशेष पूजा-अर्चना की गई और महिलाओं ने हरियाली तीज के गीतों के साथ वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
इसी प्रकार, भीलवाड़ा के पास स्थित प्राकृतिक स्थल पातोला महादेव और मेनाल भी इस अवसर पर लोगों से गुलजार रहे। यहां न केवल श्रद्धालु दर्शन के लिए आए, बल्कि परिवारों के साथ पिकनिक मनाने वालों की भी भीड़ उमड़ी। बच्चों, युवाओं और महिलाओं ने प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठाया और झूलों तथा खेलकूद के जरिए दिन भर मनोरंजन किया।
हरियाली अमावस्या पर पेड़-पौधों की पूजा और वृक्षारोपण की भी परंपरा रही है। इस अवसर पर कई सामाजिक संगठनों और विद्यालयों द्वारा पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए। स्कूली बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए विविध कार्यक्रमों में भाग लिया।
पुलिस और प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। प्रमुख स्थलों पर यातायात व्यवस्था नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया गया था।
हरियाली अमावस्या का पर्व सावन माह की अमावस्या को मनाया जाता है, जब धरती हरी चूनर ओढ़े खिल उठती है। यही कारण है कि यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि पर्यावरण प्रेम का भी संदेश देता है।
भीलवाड़ा जिले के धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर इस दिन उमड़ी भीड़ ने यह सिद्ध कर दिया कि आस्था और प्रकृति प्रेम जब एक साथ चलते हैं, तो जन-जन का उत्साह देखते ही बनता है।
दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, 10 किलोमीटर तक लगा जाम
तिलस्वा महादेव धाम में आस्था का महा सैलाब उमड़ पड़ा। गुरुवार को दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान तिलस्वा महादेव के दर्शन किए। मंदिर की ओर आने वाले सभी रास्तों पर दूर-दूर तक पैदल यात्रियों की कतारें देखी गईं, जिससे लगभग 10 किलोमीटर क्षेत्र में लंबा जाम लगा रहा।
शिवालय “ओम नमः शिवाय” और “हर हर महादेव” के जयकारों से दिनभर गूंजता रहा। श्रद्धालुओं ने पवित्र कुंड में स्नान कर लंबी कतारों में खड़े होकर गर्भगृह में विराजमान स्वयम्भू तिलस्वा महादेव को श्रीफल, बिल्वपत्र व पुष्प अर्पित किए और मनोकामनाएं मांगीं।दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, 10 किलोमीटर तक लगा जाम
