दूधाधारी गोपाल मंदिर में धूमधाम से मना नंद उत्सव,मटकी फोड़ और मलखंब लीला ने मोहा मन
भीलवाड़ा (संपत माली)।
सांगानेरी गेट स्थित दूधाधारी गोपाल मंदिर में रविवार को जन्माष्टमी पर्व के अगले दिन परंपरागत नंद उत्सव का आयोजन हुआ। मंदिर परिसर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। बच्चों पर चॉकलेट और मिठाइयों की बारिश हुई तो वहीं दोपहर होते-होते शुरू हुआ सबसे बड़ा आकर्षण—मटकी फोड़ और मलखंब लीला।
✨ मटकी फोड़ पर तालियों की गड़गड़ाहट
मंदिर परिसर में टंगी मटकियों को फोड़ने के लिए युवाओं की टीमें एक-दूसरे से होड़ लेती नजर आईं। जैसे ही मटकी फूटी, माहौल जयकारों और तालियों से गूंज उठा।
🙏 पूजा-अर्चना और चरण पादुका का दर्शन
मंदिर के पुजारी कल्याणमल शर्मा ने बताया कि नंद उत्सव परंपरा के अनुसार मनाया जाता है। इस अवसर पर हनुमानजी की विशेष पूजा-अर्चना, पूर्व महंत की समाधि तथा श्री श्री 1008 दीनबंधु शरण जी की चरण पादुका की पूजा की गई।
💪 मलखंब लीला का रोमांच
मटकी फोड़ के बाद शुरू हुई मलखंब लीला ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। महीनों से अभ्यास कर रहे खिलाड़ियों ने तेल और मिट्टी से लिपे मलखंब पर चढ़कर अद्भुत करतब दिखाए। दर्शक रोमांचित होकर जयकारे लगाते रहे।