बिजौलियाँ उपखंड कार्यालय विलोपन के विरोध में अभिभाषक परिषद की मीटिंग, 16 नवंबर को होगी महत्वपूर्ण बैठक
बिजौलियाँ (दीपक राठौर)। बिजौलियाँ उपखंड कार्यालय को मांडलगढ़ में विलोपित किए जाने की चर्चाओं के बीच अभिभाषक परिषद बिजौलियाँ की ओर से आज आपात बैठक आयोजित की गई। परिषद का कहना है कि उपखंड कार्यालय बिजौलियाँ को समाप्त कर उसे मांडलगढ़ में सम्मिलित करने के विरोध में यह बैठक रखी गई, जिसमें आगामी रणनीति को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।
अभिभाषक परिषद ने बताया कि इस मुद्दे पर अगली महत्वपूर्ण बैठक 16 नवंबर को दोपहर 12:15 बजे बन्नी के बालाजी, विक्रमपुरा में रखी गई है। इस बैठक में बिजौलियाँ उपखंड क्षेत्र के सामाजिक, राजनीतिक, व्यावसायिक तथा विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी शामिल होंगे। उपखंड कार्यालय को बचाने के लिए सामूहिक रणनीति तैयार की जाएगी।
इस बैठक में शामिल होने के लिए जिन प्रमुख संगठनों को आमंत्रित किया गया है उनमें—ऊपरमाल व्यापार संघ बिजौलियाँ, लघु उद्योग भारती संघ बिजौलियाँ, ऊपरमाल सैंड स्टोन संघ बिजौलियाँ, सरपंच संघ बिजौलियाँ, ऊपरमाल किसान पंचायत बिजौलियाँ, सर्वसमाज बिजौलियाँ, जनप्रतिनिधि ऊपरमाल बिजौलियाँ, ऑटो मोबाइल यूनियन बिजौलियाँ, कपड़ा व्यापारी यूनियन बिजौलियाँ, ई-मित्र यूनियन बिजौलियाँ, पत्रकार संघ बिजौलियाँ आदि शामिल हैं। सभी संगठनों से पूर्ण सहभागिता का आग्रह किया गया है।
अभिभाषक परिषद के अध्यक्ष सुमित जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन सलाहकार समिति, जयपुर के पत्र दिनांक 8 अगस्त 2025 के क्रम में जिला कलेक्टर एवं उपखंड अधिकारी बिजौलियाँ द्वारा उपखंड कार्यालय बिजौलियाँ को विलोपित कर मांडलगढ़ में सम्मिलित करने की अनुशंसा राज्य सरकार को भेज दी गई है। इस कदम का कड़ा विरोध किया जाएगा।
जोशी ने बताया कि इसी उद्देश्य से आज बार एसोसिएशन की बैठक हुई और सभी अधिवक्ताओं ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया कि 16 नवंबर को होने वाली बड़ी बैठक में क्षेत्र के राजनीतिक, सामाजिक, व्यावसायिक एवं अन्य संगठनों के पदाधिकारी मिलकर यह तय करेंगे कि बिजौलियाँ उपखंड कार्यालय को किसी भी स्थिति में समाप्त नहीं होने दिया जाएगा तथा इसे बचाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
