सरपंच-सचिव की अनदेखी पर ग्रामीणों ने खुद डलवाया ग्रेवल

Update: 2025-11-19 11:25 GMT

गुरला :-नेशनल हाईवे 758 स्थित कारोई ग्राम पंचायत के कारोई खुर्द में रास्ते में खड्डे व गंदगी होने के कारण लोगों का जीना दुश्वार हो गया है, रास्ते पर पानी भरा होने के कारण रास्ते पर गंदगी फैली हुई है, जिससे ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का आरोप है कि वह कई समय से इस समस्या को झेल रहे हैं।

विकास के नाम पर लिपापोती

गांव कारोई खुर्द के लोग रास्ते कि समस्या से परेशान हैं। गाँव के मुख्य रास्ते पर  पर हमेशा पानी भरा रहता है। यहाँ के लोगों का कहना है कि वह शिकायत करके थक चुके हैं पर विकास के नाम पर झूठा आश्वासन दिया जा रहा है।

पुष्पेन्द्र सिंह ने  बताया कि हर गाँव गली में स्वस्छता अभियान चलाया जा रहा है लेकिन इस गाँव में कहने के बाद भी सफाई नहीं होती, रास्ते पर पानी भरा है  पानी जमा होने से मच्छर पनप रहे हैं जिससे लोगों में डेंगू जेसी बीमारी होने का खतरा बना है।  इसलिए ग्रामीणों की मांग है कि  जल्दी रास्ते पर ग्रेवल डलवाया जाए ताकि रास्ते पर जमा पानी बह सके, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है,बिना बारिश के ही रास्तों पर भरा पानी

ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल जाने वाले बच्चे  हर दिन ड्रेस गन्दा करके आते हैं। बरसात हो या न हो इस रास्ते पर बारहमासी गंदा पानी भरा रहता है। सरपंच और सचिव से मौखिक शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।  जो पानी में दिखाई नहीं देते। साईकिल या पैदल चलने वाले लोग आये दिन फिसलकर गिरते हैं। ऐसे में हाथ पैर टूट गया तो कौन जिम्मेदार होगा? चुनाव के समय ऐसा अपनापन ऐसा दिखाते हैं कि अभी समस्या का हाल करा देंगे।

स्वच्छता के नाम पर लाखों का बजट पर काम जीरो

साफ सफाई व नाली निर्माण व मरम्मत पर लाखों का बजट जारी होता परन्तु धरातल पर कोई कार्य नहीं होता इसकी बानगी कारोई खुर्द के रास्ते  पर खड्डे होने के अभाव में किचड़ हो रहा है ,

पढ़ने जाने वाले बच्चों की पीठ पर किताबों से भरा बेग होता है। बेग में किताबों का वजन, वहीं चप्पल, जूते हाथों में लेकर निकलते है। ऐसे में कई बार तो कीचड़ में गहरे गड्डे होने से बच्चों का सन्तुलन बिगड़ने से बच्चे गिर जाते है। जिससे उनकी किताबे व ड्रेस खराब हो जाती है।

कारोई खुर्द में जाने के रास्ते पर खड्डे भर कर पानी भराव की समस्या का हल करे, ग्रामीण ने समस्या को शीघ्र हल करने की मांग की, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है, फिर ग्रामीणों ने मीलकर पैसा इकट्ठा कर ग्रेवल डाल कर रास्ते के खड्डे भरे , व रास्ता सुचारू किया गया, और ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि आने वाले पंचायतों के चुनाव में पूरे गांव वाले एक भी वोट नहीं करेंगे और वोटो का बहिष्कार किया जाएगा।

Similar News