चिकित्सा, जांच परामर्श व दवा वितरण शिविर में सेकड़ों रोगी लाभान्वित

Update: 2025-07-28 11:38 GMT

भीलवाड़ा । भारत विकास परिषद, स्वामी विवेकानंद शाखा, भीलवाड़ा ने भारत विकास भवन में चिकित्सा, जांच परामर्श व दवा वितरण शिविर लगाया सचिव केजी सोनी ने बताया कि शिविर में विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं और सामाजिक पहलों के माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को लाभान्वित किया गया। शिविर का शुभारंभ योग शिविर के साथ हुआ। 65 रोगियों को मधुमेह दवा वितरित की गईं। फिजियोथेरेपी क्लिनिक में डॉ. वर्षा काबरा ने 179 रोगियों को लाभ पहुंचाया ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. उत्कृष्ट मंडोट ने 9 मरीजों की जांच की और उन्हें चिकित्सा सलाह दी। शिविर में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों को भी शामिल किया गया। बालकिशन पारीक ने 7 रोगियों को एक्यूप्रेशर सेवा प्रदान कीं, जबकि सरोज पोद्दार ने 3 रोगियों को यही सेवाएँ दीं। इसके साथ ही, प्रदीप हिम्मतरामका ने डाइट न्यूट्रिशन पर मूल्यवान सलाह दी, जिससे उपस्थित लोगों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने में मदद मिली। पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, परिषद भवन में 45 तुलसी के पौधों का वितरण किया गया। सेवा कार्यों में परिषद के पारस बोहरा, जगदीश काबरा, जगदीश नारानीवाल, बलवंत लड्डा, मनोज माहेश्वरी, मुरली लड्ढा, बालकिशन पारीक, सम्पत महेश्वरी, प्रदीप हिम्मतरामका और सरोज पोद्दार शामिल थे। शाखा द्वारा 5 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनें निशुल्क उपचार हेतु उपलब्ध कराई गई हैं, जिनमें से वर्तमान में 3 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनें और 1 व्हीलचेयर रोगियों को निशुल्क दी हुई हैं। यह उन रोगियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जिन्हें घर पर ऑक्सीजन सहायता या गतिशीलता उपकरणों की आवश्यकता होती है।

इसके अतिरिक्त, परिषद का मेडिकल उपकरण बैंक प्रकल्प भी सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। इस बैंक के तहत, तीन फोल्डिंग बेड, दो व्हीलचेयर, एक नेबुलाइजर और एक फेलगम सक्शन मशीन भी रोगियों को निशुल्क उपलब्ध कराई गई हैं। ये उपकरण उन परिवारों के लिए एक बड़ी राहत हैं जो चिकित्सा उपकरणों को खरीदने में आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं।

शिविर के बाद ह्रदय व न्यूरो रोगियों के लिए हुई विचार गोष्ठी

भाविप विवेकानंद शाखा की ओर से ह्रदय व न्यूरो रोगियों के लिए विचार गोष्ठी का आयोजन भी किया। इस मौके पर वरिष्ठ ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पवन ओला व न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुभाष जाखड़ ने रोगियों को पैदल चलने व आहार विहार पर विशेष ध्यान देने की बात कही। शरीर में खून गाढ़ा ना हो इसके लिए योग प्राणायाम करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हृदय रोग से बचाव के लिए सबसे पहले, स्वस्थ खानपान अपनाएं - खूब फल, सब्जियां, साबुत अनाज खाएं और प्रसंस्कृत भोजन, अत्यधिक नमक, चीनी व अस्वस्थ वसा से बचें। दूसरा, नियमित व्यायाम करें; प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट की मध्यम शारीरिक गतिविधि, जैसे तेज चलना, हृदय को स्वस्थ रखती है। तीसरा, स्वस्थ वजन बनाए रखें। चौथा, धूम्रपान तुरंत छोड़ें और शराब का सेवन सीमित करें। पांचवां, अपने रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह को नियमित जांच और दवाओं से नियंत्रित रखें। छठा, तनाव का प्रबंधन करें और पर्याप्त नींद लें। नियमित स्वास्थ्य जांचें और डॉक्टर की सलाह मानना भी महत्वपूर्ण है। ये आदतें आपके हृदय को मजबूत रखेंगी और बीमारियों से बचाएंगी।

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