कंटीली झाड़ियां में नन्हे मुन्ने बच्चे कर रहे राष्ट्रीय पर्व की पूर्व तैयारी

Update: 2025-08-08 18:14 GMT

गंगरार स्वतंत्रता दिवस की पूर्व तैयारी को लेकर इन दिनों नन्हे मुन्हें बच्चों को कंटीली झाड़ियां में ही पूर्व तैयारी करने को मजबूर होना पड़ रहा है। जी हां शुक्रवार को कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला झाड़ियों में उलझा बचपन तो गाजरघास में गूंजता राष्ट्रगान बच्चों में राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस को लेकर उत्साह और उमंग देखने को मिली।

उपखंड मुख्यालय पर शहीद मेजर नटवर सिंह स्टेडियम में

क्षेत्र के सरकारी एवं निजी विद्यालय के नन्हे–मुन्ने विद्यार्थी 15 अगस्त की रिहर्सल में जुटे हैं, मगर वहीं स्टेडियम के हालात खस्ता बने हुए है ऐसे में बच्चों को मैदान नहीं, गाजरघास और झाड़ियों से भरे स्टेडियम की जमीन मिली है। जहां न तो साफ-सफाई है, न सुरक्षा के इंतज़ाम। स्टेडियम के हालत इतने खराब है कि जहां पूरे मैदान में कंटीले झाड़ उग रहे है । जिससे बच्चों को वहां खड़ा रहना भी मुश्किल हो रहा है ओर तो ओर शराब की कांच बोतल के कांच बिखरे होने से बच्चों के चोटिल होने के साथ ही घास ओर झाड़ियों से जहरीले जानवर का भी खतरा बना रहता है । पूर्व में इस खेल मैदान में सीमेंट की ट्रेक भी बनाई गई। जो वर्तमान में क्षतिग्रस्त हैं जिससे परेड करने वाले छात्रों को भी परेड करने के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खेल मैदान के बीचों बीच सीमेंटेड ट्रेक बन जाने से इस मैदान पर किसी प्रकार की खेल गतिविधि का ना होना भी इस हालत की जिम्मेदार है । समय समय पर खिलाड़ियों व ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया उसके बावजूद भी हालात जस के तस,स्टेडियम के मुख्य दरवाजे की फाटक भी टूट गई तथा गेट के पास की दीवार का एक बड़ा टुकड़ा दीवार से टूटने से भी बच्चों को भय बना रहता हैं और यह मैदान नशेड़ियों का गढ़ बना हुआ है

वहीं तैयारियों की ज़िम्मेदारी बच्चों के मासूम कंधों पर ही डाल दी गई है। और आगामी दिनों में शहीद मेजर नटवर सिंह स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित होना निश्चित है मगर आयोजन से पहले बच्चों की जान जोखिम में है।

ज्ञात हो हाल ही में मंगलवार को राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस की तैयारी को लेकर एक आवश्यक पंचायत समिति सभागार में आयोजित हुई थी। बैठक के अंतर्गत स्टेडियम के खस्ता हालत को लेकर चर्चा हुई थी। चाहे वो कंटीली झाड़ झाड़ियां हो या मुख्य लोहे के दरवाजा और दीवार का पिलर क्षतिग्रस्त होना एवं वाहनों की पार्किंग को लेकर भी सवाल उठे थे। अब सवाल यह उठता है कि प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया क्या प्रशासन किसी अनहोनी घटना के घटित होने का इंतजार कर रहा है।

Tags:    

Similar News