बड़लियास (रोशन वैष्णव) सुरास समिती, में किसान सभा का आयोजन हुआ जिसमें , इकफो से sfa कमलेश भुखर ने किसानों को नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि फसल के बीजों को 5 मिली प्रति किलोग्राम बीज की दर से नैनो डीएपी से उपचारित करे एवं जब फसल 30 से 35 दिन की हो जाए तो नैनो डीएपी 4 मल प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें इस प्रक्रिया में 50% दानेदार डीएपी की बचत हो जाती है साथ ही नैनो यूरिया 4 मिली प्रति लीटर पानी में घोलकर जब फसल 30 से 35 दिन की हो जाए उसे समय नैनो यूरिया और नैनो डीएपी एक साथ मिलाकर छिड़काव करें। नैनो उत्पादों के साथ खरपतवार नाशक और अन्य कीटनाशक दवाओं का छिड़काव आसानी से किया जा सकता है। इस प्रकार किसान भाई नैनो उर्वरकों का प्रयोग कर दानेदार खाद की मात्रा को आधा कर सकते हैं जिससे कि मृदा,जल और वायु को प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है क्योंकि दानेदार खाद की 30- 40% मात्रा ही पौधों द्वारा उपयोग में लाई जाती है बाकी शेष मात्रा मृदा,जल और वायु को प्रदूषित करती है जबकि नैनो उर्वरक 90 से 95% तक पौधे द्वारा उपयोग में लाई जाती है जिससे प्रदूषण के नहीं के बराबर होता है। अत किसान भाई अपनी फसल पर नैनो उर्वरकों का प्रयोग अवश्य करें। कार्यक्रम में ने कृषि रसायनों के बारे में किसानों को जानकारी दी कार्यक्रम में व्यवस्थापक बसंती लाल सुथार, पूर्व अध्यक्ष मोहब्बत सिंह, सुरास पूर्व सरपंच मांगीलाल धाकड़, चंद्रवीर सिंह ,कृषि पर्यवेक्षक सुरास सुशीला साल्वी, भंवर सिंह, मनोहर गुर्जर, देवीलाल सुथार, बालू लाल शर्मा, लालाराम मीणा, नारायण सिंह, महावीर सिंह आदि उपस्थित थे