भीलवाड़ा हलचल।
राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय एवं आरोग्य भारती, भीलवाड़ा के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को “दैनिक जीवन में आहार-विहार” विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के प्राध्यापक रविकांत व्यास ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वरिष्ठ आयुर्वेद अधिकारी डॉ. संजय कुमार शर्मा रहे।
डॉ. शर्मा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए नियमित दिनचर्या का पालन आवश्यक है। उन्होंने बताया कि ब्रह्म मुहूर्त में जागकर नित्यकर्म करना, उष्ण एवं ताजा भोजन का सेवन करना तथा अपनी पाचन शक्ति के अनुसार भोजन की मात्रा तय करना आयुर्वेदिक जीवन का मूल मंत्र है। संगोष्ठी में उन्होंने विस्तार से बताया कि असमय भोजन, जंक फूड और अनियमित दिनचर्या बीमारियों को न्योता देती है, जबकि प्राकृतिक और समयानुसार आहार शरीर को रोगमुक्त और ऊर्जावान बनाए रखता है।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने स्वास्थ्य संबंधी प्रश्न पूछे, जिनका डॉ. शर्मा ने आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से समाधान प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद केवल उपचार ही नहीं बल्कि रोगों की रोकथाम और स्वस्थ जीवन जीने का शास्त्र है। संगोष्ठी में बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे और जीवनशैली सुधारने की प्रेरणा प्राप्त की।