भीलवाड़ा में बड़ा खेल: पैकिंग नामचीन कम्पनियों की, अन्दर माल स्थानीय, ऐसे लूटा जा रहा है लोगों को

Update: 2025-03-18 12:30 GMT

भीलवाड़ा (राजकुमार माली)।  भीलवाड़ा में कुछ लोग लोगों के स्वास्थ्य के साथ तो खिलवाड़ कर ही रहे है। साथ ही बड़ी कम्पनियों को जमकर चूना लगा रहे है और उनकी छवि भी धूमिल करने में कोई कसर नहीं रख रहे है। पैकिंग तो नामचीन कम्पनियों की होती है लेकिन उनमें माल लोकल ही भरा जाता है।

भीलवाड़ा में नामचीन कम्पनी जैकलिंक्स की पैकिंग में भीलवाड़ा के लोगों ने पापड़ पपड़ी भरकर शीतला सप्तमी के मौके पर बाजार में उतार दी। उन्होंने यह नहीं देखा कि इस चमक दमक वाली थैली पर बीफ लिखा हुआ है। जब यह थैली लोगों के हाथों में पहुंची तो बवाल मच गया। पुलिस, रसद विभाग और चिकित्सा महकमा जागा और दुकानों की पड़ताल की तो बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली से बड़ी कम्पनियों की थैलियां होलसेल में भीलवाड़ा लाई जाती है और उन्हें स्थानीय दुकानदारों को बेच दी जाती है। ऐसा ही जैकलिंक्स की पैकिंग में हुआ है। हरी ट्रेडर्स के मालिक ने यह थैलियां दिल्ली से खरीदी और भीलवाड़ा के दुकानदारों को बेच दी। दुकानदारों ने इनमें पापड़ पपड़ी व अन्य सामान भरकर अपनी दुकानों के जरिए लोगों तक पहुंचा दी। रसद विभाग ने इन थैलियों के साथ ही कई तरह की और थैलियां भी हरी ट्रेडर्स के यहां देखी तो उन्हें जब्त किया है। उनमें एक ट्रूस्ट कम्पनी का गेहूं का दलिया की बड़ी संख्या में खाली थैलियां मिली है। यह कम्पनी गौतमबुद्ध नगर उत्तर प्रदेश की सिंभावली सुगर लि. के नाम से है। इन थैलियों पर स्वास्थ्यवर्धक गेहूं का दलिया होना दर्शाया गया है लेकिन भीलवाड़ा में मिली इन थैलियों में इस कम्पनी का माल तो उपलब्ध नहीं हुआ लेकिन स्थानीय स्तर पर साधारण दलिया भरकर बाजार में उतार दिया जाता इससे पहले ही आज गौ मांश की आशंका में मारे गए छापे में यह थैलियां पुलिस और रसद विभाग के हाथ लग गई। यह बात भी सामने आई है कि भीलवाड़ा में इस तरह की अलग अलग कम्पनियों की थैलियां दिल्ली से होलसेल में लाई जाती है और यहां उनमें लोकल खाद्य सामग्री पैककर बेची जा रही है और यह काम लम्बे समय से चल रहा है।

सूत्रों की माने तो ड्रायफ्रुट्स की भी इस तरह की पैकिंग भीलवाड़ा में हो रही है। अगर जांच पड़ताल हो तो बड़ा खुलासा हो सकता है। नामचीन कम्पनियों के अच्छे काजू बादाम की जगह यहां कट्टों में आने वाले कम गुणवत्ता वाले काजू बादाम भरकर बेचे जा रहे है। ऐसी ही स्थिति अन्य खाद्य सामग्रियों की भी है। स्वास्थ्य विभाग और रसद विभाग ऐसे मामलों में उदासीनता बरते हुए है। यही कारण है कि गौ मांस लिखी हुई थैलियों में स्थानीय पापड़ पपड़ी भरकर बेचने का मामला पकड़ा गया है। दूसरी ओर आज हुई कार्रवाई से ऐसे दुकानदारों में हड़कम्प मचा हुआ है।

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