भीलवाड़ा से कन्याकुमारी तक पहुंचा पैदल यात्री

भीलवाड़ा |गौमाता पर हो रहे अत्याचार से निराकरण व गौमाता को राष्ट्रीय माता का दर्जा दिलवाने हेतु भीलवाड़ा से 4 धाम 12 ज्योतिर्लिंग की पदयात्रा करते हुए कन्याकुमारी पहुंचा भीलवाड़ा के नजदीक आरजिया निवासी शक्ति सिंह राणावत। जिसमे आठ राज्य और एक देश की यात्रा और 12000 हज़ार किलोमीटर की यात्रा पूर्ण हो चुकी है। जिसमे पाँच ज्योतिर्लिंग केदारनाथ, काशीविश्वनाथ , वैद्यनाथ, मल्लिकार्जुन, रामेश्वरम, और 3 धाम बद्रीनाथ, जगन्नाथ , रामेश्वरम के दर्शन कर प्रार्थना की गौमाता पर हो रहे अत्याचार जल्द खत्म हो ओर गौमाता को राष्ट्रीय माता का दर्जा मिले।राजस्थान से उत्तरप्रदेश होते हुए उत्तराखंड, नेपाल, बिहार , झारखंड, पश्चिम बंगाल,ओडिशा,आंध्र प्रदेश होते हुए तमिलनाडु के कन्याकुमारी तक पहुंच गया जिसे भारत माता का चरण भी कहा जाता हे। भीलवाड़ा से पुष्कर, खाटू श्याम, गोकुल, मथुरा , वृंदावन, कामागांव,बरसाना, हरिद्वार, धारी देवी ,पंच केदार, पंच बद्री,पंच प्रयाग, त्रियुगीनारायण, केंची धाम, सीतामढ़ी , गोरखपुर, वेधनाथ, अयोध्या, काशी, लिंगराज मंदिर , जगन्नाथ पुरी नरसिंह स्वामी मंदिर, मल्लिकार्जुन, तिरुपति बालाजी, नारायणी माता गोल्डन मंदिर , अरुणाचल टेंपल, रंगनाथ स्वामी मंदिर, रामेश्वरम , रामेसेतु , तिरुचेंदुर मुर्गन स्वामी मंदिर कन्याकुमारी मंदिर , नेपाल में मुक्तिनाथ , पशुपतिनाथ, जनकपुर इन सभी स्थानों के दर्शन करते हुए आगे की यात्रा में भीमाशंकर, घुश्मेश्वर, त्र्यंबकेश्वर, सोमनाथ, नागेश्वर, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर व 1 धाम द्वारिका रहेगी।