सामूहिक विवाह में शिक्षा को प्राथमिकता: सोनिया गढ़वाल ने त्यागा ढोंग और दिखावा
भीलवाड़ा। सकल जाट समाज द्वारा राजस्थान मेवाड़ जाट महासभा, भीलवाड़ा के तत्वावधान में आयोजित होने वाले तृतीय जाट सामूहिक विवाह सम्मेलन में शिक्षा की जागरूकता का प्रेरणादायक उदाहरण सामने आया।
अजमेर जिले के ग्राम पांडोलाई निवासी महादेव गढ़वाल की सुपुत्री सोनिया गढ़वाल ने शादी के ढोंग और दिखावे को त्यागते हुए अपना विवाह पंजीकृत कराया है। यह सामूहिक विवाह 1 नवंबर 2025 को हरणी महादेव, भीलवाड़ा में आयोजित होगा।
सोनिया ने यह निर्णय अपने गुरुदेव महावीर लामरोड और फूफासा रघुनाथ मांड्या की प्रेरणा से लिया। उनका मानना है कि सामूहिक विवाह में शादी करने से दिखावे और अनावश्यक खर्च में कमी आएगी, जिससे परिवार पर पड़ने वाले लाखों रुपये के बोझ से मुक्ति मिलेगी।
सोनिया ने कहा,"पिता अपनी बेटी की शादी में लाखों रुपए खर्च करते हैं और लोग कमियां निकालते रहते हैं। इससे बेहतर है कि मैं अपनी शादी का पैसा अपनी शिक्षा पर खर्च करूं और एक शिक्षिका बनकर समाज की बेटियों को शिक्षित व जागरूक करूं।"
इस मौके पर दो जोड़ों का पंजीयन ठीठोड़ी तहसील, जहाजपुर और लसाड़िया शाहपुरा में हुआ।
सोनिया गढ़वाल ने समाज की सभी शादी योग्य बहनों से भी अपील की है कि वे सामूहिक विवाह में भाग लेकर शिक्षा और सादगी को बढ़ावा दें।
