हरिशेवा उदासीन आश्रम के श्री हरि सिद्धेश्वर मंदिर में श्रावण के अन्तिम सोमवार को सहस्त्रधारा अभिषेक सम्पन्न

भीलवाड़ा |हरीशेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर भीलवाड़ा प्रांगण स्थित श्री हरि सिद्धेश्वर मंदिर में सम्पूर्ण श्रावण मास में भगवान भोलेनाथ को समर्पित पूजा, पाठ- पारायण संपादित हो रहे हैं, जिन्हें आचार्य सत्यनारायण शर्मा व पं. मनमोहन शर्मा द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार व विधिपूर्वक सम्पन्न कराया जा रहा है। श्रावण के प्रत्येक सोमवार को सहस्त्रधारा अभिषेक सम्पन्न हुए। इसी क्रम में अन्तिम सोमवार को भी महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन के सान्निध्य में अशोक मून्दड़ा परिवार द्वारा सहस्त्रधारा अभिषेक करवाया गया। जिसमे रविंद्र जाजू, चांदमल सोमानी, गोपाल विजयवर्गीय, गणेश प्रजापत, रमेश मूंदड़ा, धन्नालाल माली सहित अनेक गणमान्यजन सम्मिलित हुए। प्रभु के नित्य आकर्षक, मनमोहक व विशेष श्रंगार किये जा रहे है। मंदिर में प्रतिदिन प्रातः 4 बजे से नाना प्रकार से रूद्राभिषेक सम्पन्न हो रहे है। अनेक भक्तो द्वारा रूद्राभिषेक, सहस्त्रधारा अभिषेक पूजन पाठ कराया जा रहा है। इस अवसर पर संत गोविन्दराम, बालक सिद्धार्थ, इन्द्रदेव, कुणाल, मिहिर, हेमन्त वच्छानी, ईश्वर आसनानी, अंबालाल नानकानी, पुरूषोत्तम परियानी, हीरालाल गुरनानी, गोपाल नानकानी, कन्हैयालाल मोरयानी सहित अनेक श्रद्धालुओ ने भगवान शंकर की आराधना की। महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने बताया कि श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित पवित्र महिना है। इस महिने में भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना की जाती है और भगवान शिव को यह अति प्रिय है। पौराणिक कथाओं के अनुसार माता पार्वती ने शिव जी को पति के रूप में पाने के लिए श्रावण मास में कठोर तपस्या की थी और श्रावण मास में पूजा करने का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है। भगवान शिव की यह विशेष स्तुति रक्षा बंधन के दिन तक जारी रहेगी।