विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्ध घुमन्तु समुदाय हेतु प्रशिक्षण आयोजित

Update: 2025-11-25 10:01 GMT

भीलवाड़ा। कृषि विज्ञान केन्द्र गाँधीनगर भीलवाड़ा पर ग्रामीण एवं सामाजिक विकास संस्था, अजमेर द्वारा प्रायोजित विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्ध घुमन्तु समुदाय हेतु दो दिवसीय उन्नत मुर्गीपालन प्रशिक्षण का आयोजन दिनांक 24 से 25 नवम्बर 2025 तक आयोजित किया गया। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. सी. एम. यादव ने मुर्गीपालन का महत्त्व, मुर्गियों की नस्लें, आवास एवं स्वास्थ्य रक्षा हेतु तकनीकी जानकारी कृषक एवं कृषक महिलाओं को दी साथ ही भूमिहीन, विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्ध घुमन्तु समुदाय के किसानों के लिए मुर्गीपालन एक स्वरोजगार का जरिया एवं आजीविका हेतु पोषण स्तर में सुधार के लिए आवश्यक पहलू है। डॉ. एच. एल. बुगालिया पशुपालन वैज्ञानिक ने बकरीपालन व्यवसाय इस समुदाय के लिए आमदनी स्त्रोत बनेगा साथ ही बकरियों की प्रमुख नस्लें, स्वास्थ्य प्रबन्धन एवं बकरियों के लिए उपयुक्त आवास की तकनीक जानकारी दी। डॉ. बुगालिया ने अण्डा देने वाली मुर्गी की पहचान एवं इन्क्यूबेटर की जानकारी से भी अवगत करवाया। प्रशिक्षण के प्रायोजक ग्रामीण एवं सामाजिक विकास संस्था, अजमेर के कार्यक्रम प्रबन्धक सुमन्त बैप्टिस्ट ने बताया कि संस्था मुख्य रूप से पिछडे तबके के साथ आजीविका संवर्धन का कार्य कर रही है साथ ही बिजौलियाँ उपखण्ड में सिलिकोसिस बीमारी के खतरों में काम कर रहे श्रमिक परिवारों को आजीविका के वैकल्पिक साधनों से जोड़ा जा रहा है। इसी क्रम में संस्था द्वारा यह प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केन्द्र के तत्त्वावधान में करवाया गया। परियोजना समन्व्यक जितेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण में बिजौलियाँ उपखण्ड के रामपुरिया, किशनपुरिया एवं चिताबड़ा गाँव के 28 लोगों ने भाग लिया।

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