अवैध अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर भगवानपुरा ग्रामवासियों का जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
भीलवाड़ा (सम्पत माली)। भगवानपुरा ग्राम पंचायत की बेशकीमती जमीन पर लंबे समय से हो रहे अवैध अतिक्रमण को लेकर गांववासियों का सब्र टूट गया। सोमवार को पूर्व राजस्व मंत्री रामलाल जाट के नेतृत्व में समस्त ग्रामवासियों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने मांग की कि न्यायालय के आदेश के बावजूद अब तक प्रशासन और पुलिस की सहायता नहीं मिलने के कारण अतिक्रमण नहीं हट पाया है, जिससे गांव में भारी आक्रोश है।
ग्रामीणों के अनुसार भगवानपुरा में कृषि मंडी के पास स्थित ग्राम पंचायत की कीमती भूमि पर पूर्व सरपंच गणपतसिंह द्वारा मनमाने तरीके से अवैध रूप से पट्टे जारी कर कब्जे करवाए गए थे। इस मामले में वर्तमान ग्राम पंचायत और गांव के प्रमुख नागरिक पुष्कर खटीक द्वारा जिला कलेक्टर न्यायालय में चुनौती दी गई, जिसके बाद सभी पट्टे निरस्त कर दिए गए और जमीन को पंचायत की तहवील में लेने के आदेश दिए गए।
ग्राम पंचायत ने विवाद की आशंका के चलते प्रशासन और पुलिस से कई बार सहायता मांगी, लेकिन रसूखदार अतिक्रमियों के कारण अब तक कार्रवाई नहीं हो सकी। इससे ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति गंभीर असंतोष है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि इस जमीन को कमजोर और पिछड़े वर्गों के हित में उपयोग में लाया जाना था, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण आज तक यह संभव नहीं हो पाया।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो वे जन आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि अगर प्रशासन और पुलिस अपना कर्तव्य नहीं निभा पाई तो ग्रामवासी स्वयं कार्रवाई करने को विवश होंगे, जिससे संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, और इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
ग्रामवासियों ने जिला कलेक्टर से अपील की कि मामले की गंभीरता को समझते हुए अविलंब पुलिस सहायता उपलब्ध करवाई जाए और उक्त भूमि को अतिक्रमण मुक्त कर ग्राम पंचायत भगवानपुरा को सौंपा जाए। ज्ञापन के माध्यम से ग्रामीणों ने यह संदेश दिया कि वे किसी भी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल नहीं होना चाहते, लेकिन यदि न्याय नहीं मिला तो वे चुप नहीं बैठेंगे।
