नारायण हत्याकांड- मदन व राकेश कत्ल कर भागे भीम, कटवाये बाल, फिर एमपी जाकर किये महाकाल के दर्शन

By :  prem kumar
Update: 2024-05-06 12:02 GMT

 भीलवाड़ा बीएचएन । मांडल क्षेत्र के नारायण गुर्जर हत्याकांड मामले में पुलिस अभिरक्षा में चल रहे मदन सिंह व राकेश सुथार ने वारदात को अंजाम देने के बाद राजसमंद जिले के भीम इलाके के एक गांव में बाल कटवाकर हुलिया बदल लिया, ताकि पुलिस गिरफ्त से बचा जा सके। इसके बाद वे मध्यप्रदेश जा पहुंचे और महाकालेश्वर व औंकारेश्वर के दर्शन किये। यह खुलासा दोनों ने पुलिस पूछताछ में किया है।

मांडल पुलिस के अनुसार, नारायण गुर्जर की हत्या के मामले में देवरिया, मांडल के मदन सिंह 24 पुत्र तख्त सिंह उर्फ तेज सिंह और लखारा चौक के पास मांडल निवासी राकेश 22 पुत्र गणपत सुथार पुलिस अभिरक्षा में हैं। दोनों से मांडल थाना प्रभारी संजयकुमार गुर्जर के नेतृत्व में टीम गहन पूछताछ कर रही है। दोनों ने पुलिस पूछताछ में यह स्वीकार किया कि कत्ल के बाद वे, (मदन सिंह व राकेश सुथार) बाइक से राजसमंद जिले के भीम थाना इलाके के सुराज गांव में पहुंचे। जहां सुबह होने के साथ ही उन्होंने नाई की दुकान ढूंढी। दोनों ने इस दुकान पर अपने बाल कटवाकर हुलिया बदला, ताकि पुलिस से बचा जा सके। इसके बाद दोनों भीम पहुंचे, जहां उन्होंने फेसबुक फ्रेंड से कांटेक्ट कर मदद मांगने का प्रयास किया, लेकिन उसने फोन अटेंड नहीं किया। इसके बाद ये दोनों भीम से रोडवेज बस पकड़ कर चित्तौडग़ढ़ पहुंच गये। दोनों पुलिस से बचने के लिए चित्तौडग़ढ़ से बस में सवार होकर उज्जैन गये, जहां उन्होंने मंदिर जाकर महाकाल के दर्शन किये। दोनों एक दिन वहां रुके। घूमे-फिरे। इसके बाद वे 27 अप्रैल को खंडवा क्षेत्र स्थित औंकारेश्वर धाम गये। जहां उन्होंने दर्शन किये। फिर वे नागदा चले गये। जहां इनके पास पैसे खत्म हो गये। दोनों ने अपने इंस्टाग्राम फोलोअर्स से कांटेक्ट कर मदन मांगनी चाही, लेकिन वह भी कांटेक्ट में नहीं आया। इस बीच, इनका पीछा कर रही मांडल थाना प्रभारी संजय गुर्जर के नेतृत्व वाली टीम ने नीमच-मंदसौर हाइवे से दोनों को दबोच लिया।

पैसे मिल जाते तो चले जाते केदारनाथ

आरोपित मदन सिंह व राकेश सुथार ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्होंने मध्यप्रदेश में अपने इंस्टाग्राम फोलोअर्स से मदद मांगने का प्रयास किया, लेकिन मदद नहीं मिली। अगर वहां से पैसे मिल जाते तो वे, फरारी काटने और दर्शन करने के लिए केदारनाथ, बद्रीनाथ चले जाते।

यह थी वारदात

कोलीखेड़ा निवासी नारायणलाल गुर्जर शादी में जाने की कहकर 22 अप्रैल की शाम घर से निकला। इसके बाद वह, 23 अप्रैल की सुबह करीब 5 बजे कोलीखेड़ा फाटक के पास घायलावस्था में पड़ा मिला। जिसे जिला अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया था। इससे पहले मौके पर पहुंचे श्यामलाल को उसके भाई नारायण ने बताया कि वह चौराहा से बाइक पर गांव आ रहा था, तभी कार वालों ने उसे टक्कर मारी। इसके बाद कार से उतर कर देवरिया के मदन सिंह पुत्र तख्तसिंह राजपूत व राकेश सुथार निवासी मांडल और तीन-चार अन्य लोगों ने उसके साथ गंभीर मारपीट की। रास्ते में मारपीट कर उसे फाटक के पास डाल गये। पुलिस ने श्याम की रिपोर्ट पर हत्या कर सबूत मिटाने से संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया। इस मामले में दो आरोपित मदन सिंह व राकेश सुथार अभी पुलिस अभिरक्षा में हैं। 

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